धनबादः आदिवासी अपनी जमीन की मुआवजा और नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले 20 दिनों से आंदोलन कर रहे है. आदिवासियों के इस आंदोलन को रघुकुल समर्थन दे रहे हैं. इससे बीसीसीएल एरिया नाइन बस्ताकोला में कोयला उठाव ठप पड़ा है. कोयला उठाव को लेकर रविवार को रघुकुल समर्थकों और मेंशन समर्थकों के बीच हल्की झड़प भी हुई थी. अब आदिवासियों के समर्थन में झरिया विधायक पूर्णिमा नीजर सिंह धरनास्थल पहुंची और आंदोलनकारियों के साथ बैठ गई.
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विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि रैयतो की जमीन का सभी कागजात अपडेट है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल के पास जमीन का कागज है तो वह प्रस्तुत करें. रैयतों की मांग को पूरा करना होगा, अन्यथा लड़ाई से हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. इसमें निदान नहीं निकालता है, तो उग्र आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी.
रैयतों के साथ वार्ता होगी वार्ता
सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि मंगलवार यानी आज बीसीसीएल, जिला प्रशासन और रैयतों के साथ वार्ता होगी. इस वार्ता में रैयतों की मांग पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वार्ता होने तक कोयला उठाव बंद रखा गया है.
विधानसभा में भी उठा है मामला
43 आदिवासी परिवारों की जमीन को ऐटीदेव प्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से तहस नहस किया गया है. पीड़ित आदिवासी परिवारों को आब तक जमीन का मुआवजा नही मिल सका है. इस मामले को झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह की ओर से विधानसभा में उठाया गया, तो सीओ से जमीन की रिपोर्ट तलब की गई थी. सीओ ने दो अलग-अलग रिपोर्ट विधानसभा को सौंपा था. अगल-अलग रिपोर्ट होने की वजह से विधानसभा ने मामले की जांच होने तक कोयला उठाव बंद रखने का आदेश दिया था. इसके बावजूद ऐटीदेव प्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से खनन जारी रखा गया है.