धनबादः बीसीसीएल डुमरा सामुदायिक भवन में सर्वदलीय ब्राह्मणों की उपस्थिति में कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक बयान के लिए माफी मांगी है (Controversial Statement Jaleshwar Mahato ). झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने ब्राह्मणों के स्लॉटर हाउस चलाने वाले बयान को गलत स्वीकार किया (Jaleshwar Mahato Apology).
बता दें 27 अक्टूबर को मटिगढ़ डैम के पास गोवर्धन पर्वत पर गोवर्धन पूजा के आयोजन में मंचासीन जलेश्वर महतो ने ब्राह्मण समाज पर विवादित बयान दे डाला था. इसके बाद ब्राह्मण समाज के लोग आक्रोशित हो गए थे और इसके खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे. ब्राह्मण समाज गलतबयानी को वापस न लेने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दे रहा था. इसको लेकर जगह जगह कांग्रेस लीडर जलेश्वर महतो का पुतला दहन किया जा रहा था.
क्या कहा जलेश्वर महतो नेः इसी को लेकर शुक्रवार को सर्वदलीय ब्राह्मणों की बैठक में कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो उपस्थिति हुए. इस दौरान जलेश्वर महतो ने अपने बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. उन्होंने सभी से कहा कि हमारे बयान से आप सभी को पीड़ा पहुंची है, इसके लिए आप सभी से माफी मांगता हूं. जलेश्वर ब्राम्हण शुरू से सर्वोच्च हैं और सर्वोच्च रहेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने मीडिया के माध्यम से पूर्व में ही माफी मांग ली थी. आज आप सब के बीच फिर से माफी मांगता हूं.
क्या कहा ब्राह्मण समाज नेः इसके बाद सर्वदलीय ब्राम्हणों ने झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के खिलाफ चलाया जा रहा आंदोलन वापस ले लिया. समाज के लोगों ने कहा कि शुक्रवार के बाद से कहीं भी उनका पुतला नहीं जलाया जाएगा. वहीं ब्राह्मण समाज ने उनके माफी को स्वीकार करते हुए क्षमा कर दिया.
जलेश्वर महतो का विवादित बयानः पूर्व मंत्री सह कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो पिछले दिनों एक बार फिर जाति विशेष पर टिप्पणी करने से विवादों के घेरे में आ गए थे. जलेश्वर के बयान का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें जलेश्वर महतो ब्राह्मणों को कसाई खाना का संचालक बता रहे हैं. यह वीडियो माटीगढ़ा डैम ग्वाला धौड़ा में आयोजित दो दिवसीय गोवर्धन पूजा समारोह का बताया गया था.
वीडियो में जलेश्वर महतो मंच पर खड़े होकर माइक पर बोलते दिख रहे थे कि 'दुनिया का सबसे बड़ा गौवंश का तस्कर हिंदुस्तान है और जितनी भी बड़ी-बड़ी ऑटोमैटिक कसाई खाना है वह ब्राह्मणों का है. इतना बोलने के बाद जलेश्वर महतो मंच पर बैठे अपने एक ब्राह्मण जाति के समर्थक की ओर इशारा करते हुए कहा कि बाबा क्षमा करेंगे, आप उसमें नहीं हैं. बहुत उच्च कोटि के लोग इसमें शामिल हैं. आगे उन्होंने कहा कि ब्राह्मण कसाई खाना का नाम ईसाई से रखा गया है'.