धनबाद: पब्लिक सेक्टर के निजीकरण के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी हड़ताल किया है. इसका असर बीसीसीएल कोलियरियों में भी देखने को मिला. बीसीसीएल एरिया वन और ब्लॉक दो में यह बंदी असरदार रही.
बीसीसीएल में कर्मियों की संख्या न के बराबर रही. बीसीसीएल कर्मियों ने इस बंदी को अपना पूर्ण समर्थन दिया है. खदानों में कामकाज को ठप कर दिया है. केंद्र सरकार की नीतियों और कोलियरियों में निजीकरण के मुद्दे को लेकर मजदूर यूनियनों ने इस हड़ताल का समर्थन किया है. हड़ताल के मद्देनजर कोलियरियों में कर्मी तो आए, लेकिन कामकाज बाधित रहने के कारण कार्यस्थलों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
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वहीं इस बंदी से बीसीसीएल के कोयला उत्पादन पर असर पड़ा है. कंपनी को इससे करोड़ों का नुकसान हुआ है. मजदूर प्रतिनिधियों का कहना है कि केंद्र सरकार पब्लिक सेक्टर का निजीकरण करना चाहती है, जो किसी कीमत पर होने नही देंगे.