ETV Bharat / state

धनबाद में धर्म परिवर्तन पर आदिवासी परिवारों का हुक्का पानी बंद, सावलापुर से निकालने का ऐलान - सावलापुर में बैठक

धनबाद के सावलापुर आदिवासी टोला में दो परिवारों ने सरना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. खफा संथाल आदिवासियों ने दोनों परिवारों को हुक्का पानी बंद कर दिया है. साथ ही ग्रामीणों ने सावलापुर में बैठक कर परिवारों को गांव से निकालने की तैयारी कर ली है. मामला पुलिस तक भी पहुंच गया है.

hukka-pani-ban-in-dhanbad-after-tribal-families-religious-conversion
धनबाद में धर्म परिवर्तन पर आदिवासी परिवारों का हुक्का पानी बंद
author img

By

Published : Nov 8, 2021, 8:50 PM IST

Updated : Nov 8, 2021, 10:02 PM IST

धनबाद: प्रलोभन देकर दो आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराए जाने का मामला आने के बाद इलाके में हड़कंप मचा है. इधर संथाल आदिवासी समाज ने दोनों परिवारों का हुक्का-पानी बंद कर दिया है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की है.

ये भी पढ़ें-जब विधायक ने छूए युवक के पांव, युवक हुआ सन्न

बलियापुर थाना क्षेत्र के सावलापुर आदिवासी टोला में दो परिवारों ने ईसाई धर्म अपना लिया है. शिवनी देवी और श्यामपद टूडू और एक अन्य महिला ने आदिवासी सरना धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया है. धर्म परिवर्तन करने वाले परिवारों का कहना है कि उन्होंने स्वेच्छा से ईसाई धर्म स्वीकार किया है, उन्हें ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए किसी तरह का कोई भी प्रलोभन नहीं दिया गया है.

देखें पूरी खबर

सरना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने वाले आदिवासियों का कहना है कि उनकी तबीयत पहले खराब रहती थी, ईसाई धर्म अपनाने के बाद इनकी तबीयत में सुधार हुआ है. अब वे ईसाई धर्म के हिसाब से ही जीवन जीना चाहते हैं और किसी दबाव में आकर वे ईसाई धर्म नहीं छोड़ेंगे.

संथाल आदिवासी खफा

इधर, समाज के संथाल आदिवासियों को जब इस मामले की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. समाज के लोगों ने गांव में बैठक की और बैठक के बाद धर्म परिवर्तन करने वाले दोनों परिवारों का गांव में हुक्का-पानी बंद कर दिया. इसके साथ ही उन्हें गांव से बाहर करने की तैयारी की भी बात कही जा रही है.

संथाल आदिवासी सरना समाज के नेता रविश्वर मरांडी ने बताया कि मिशनरीज के लोगों द्वारा आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. गांव के ही दो आदिवासी परिवारों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है, जिसका आदिवासी संथाल समाज पुरजोर विरोध करता है.

पुलिस कर रही पड़ताल

रविश्वर मरांडी ने बताया कि समाज के लोगों ने बैठक कर दोनों परिवारों का समाज से हुक्का पानी बंद कर दिया है. ईसाई धर्म अपनाने और सरना आदिवासी धर्म नहीं मानने वाले दोनों परिवारों को गांव से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगी. इधर बलियापुर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

ये भी पढ़ें-उत्तराखंड में भी सख्त होगा धर्मांतरण कानून, जानकार बोले- धार्मिक असंतुलन रोकना जरूरी

गुमराह करने का आरोप

इस मामले को लेकर एक स्थानीय बीजेपी नेता का कहना है कि ईसाई मिशनरियों की ओर से धर्म परिवर्तन कराने का खेल खेला जा रहा है. उन्होंने कहा मिशनरी लोगों द्वारा गांव में आकर बीमार व्यक्ति का इलाज किया गया था. ठीक होने के बाद प्रलोभन दिया गया की अन्य लोगों का भी धर्म परिवर्तन कराओ, वे भी ठीक हो जाएंगे. लोगों की बीमारी ठीक कराने के बहाने उन्हें लालच और प्रलोभन देकर मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन कराने का खेल खेला जा रहा है.

धनबाद: प्रलोभन देकर दो आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराए जाने का मामला आने के बाद इलाके में हड़कंप मचा है. इधर संथाल आदिवासी समाज ने दोनों परिवारों का हुक्का-पानी बंद कर दिया है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की है.

ये भी पढ़ें-जब विधायक ने छूए युवक के पांव, युवक हुआ सन्न

बलियापुर थाना क्षेत्र के सावलापुर आदिवासी टोला में दो परिवारों ने ईसाई धर्म अपना लिया है. शिवनी देवी और श्यामपद टूडू और एक अन्य महिला ने आदिवासी सरना धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया है. धर्म परिवर्तन करने वाले परिवारों का कहना है कि उन्होंने स्वेच्छा से ईसाई धर्म स्वीकार किया है, उन्हें ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए किसी तरह का कोई भी प्रलोभन नहीं दिया गया है.

देखें पूरी खबर

सरना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने वाले आदिवासियों का कहना है कि उनकी तबीयत पहले खराब रहती थी, ईसाई धर्म अपनाने के बाद इनकी तबीयत में सुधार हुआ है. अब वे ईसाई धर्म के हिसाब से ही जीवन जीना चाहते हैं और किसी दबाव में आकर वे ईसाई धर्म नहीं छोड़ेंगे.

संथाल आदिवासी खफा

इधर, समाज के संथाल आदिवासियों को जब इस मामले की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. समाज के लोगों ने गांव में बैठक की और बैठक के बाद धर्म परिवर्तन करने वाले दोनों परिवारों का गांव में हुक्का-पानी बंद कर दिया. इसके साथ ही उन्हें गांव से बाहर करने की तैयारी की भी बात कही जा रही है.

संथाल आदिवासी सरना समाज के नेता रविश्वर मरांडी ने बताया कि मिशनरीज के लोगों द्वारा आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. गांव के ही दो आदिवासी परिवारों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है, जिसका आदिवासी संथाल समाज पुरजोर विरोध करता है.

पुलिस कर रही पड़ताल

रविश्वर मरांडी ने बताया कि समाज के लोगों ने बैठक कर दोनों परिवारों का समाज से हुक्का पानी बंद कर दिया है. ईसाई धर्म अपनाने और सरना आदिवासी धर्म नहीं मानने वाले दोनों परिवारों को गांव से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगी. इधर बलियापुर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

ये भी पढ़ें-उत्तराखंड में भी सख्त होगा धर्मांतरण कानून, जानकार बोले- धार्मिक असंतुलन रोकना जरूरी

गुमराह करने का आरोप

इस मामले को लेकर एक स्थानीय बीजेपी नेता का कहना है कि ईसाई मिशनरियों की ओर से धर्म परिवर्तन कराने का खेल खेला जा रहा है. उन्होंने कहा मिशनरी लोगों द्वारा गांव में आकर बीमार व्यक्ति का इलाज किया गया था. ठीक होने के बाद प्रलोभन दिया गया की अन्य लोगों का भी धर्म परिवर्तन कराओ, वे भी ठीक हो जाएंगे. लोगों की बीमारी ठीक कराने के बहाने उन्हें लालच और प्रलोभन देकर मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन कराने का खेल खेला जा रहा है.

Last Updated : Nov 8, 2021, 10:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.