धनबादः कोयलांचल में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ अब नीचे आने लगा है. बीते 15 दिनों के आंकड़ों को देखें तो 90 फीसदी केस कम आ रहे हैं. कल तक अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के लिए मारामारी थी, अब 60 फीसदी बेड खाली है. अनुमान लगाया जा रहा है कि बंगाल-झारखंड सीमा को कुछ सप्ताह और सील रखा जाए और लोग इसी तरह सचेत रहें, तो कोरोना केस नहीं के बराबर हो जाएंगे.
लगभग दो महीने से कोरोना का सेकेंड फेज ना सिर्फ आम लोगों पर भारी पड़ा, बल्कि मेडिकल और प्रशासनिक टीम के लिए भी चुनौतीपूर्ण रहा. बीते दिनों जिस तरह से कोरोना कि वजह से लोगों ने जान गंवाई उससे लोगों ने भी सबक लिया और आज की तस्वीर पहले की अपेक्षा काफी बेहतर है. अस्पतालों में लोड कम है, मेडिकल कर्मियों ने भी राहत की सांस ली है. लेकिन बंगाल-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में अब भी सख्ती की जरूरत महसूस की जा रही है. SNMMCH अस्पताल के प्रिंसिपल की मानें तो बॉर्डर सील रहने से बाहरी संक्रमण आंकड़ों को नहीं बढ़ा पाएगा, लोगों को अभी-भी सावधानी बरतनी पड़ेगी तो हम इस महामारी से जीत हासिल कर लेंगे.
कम हुई संक्रमण की रफ्तार
धनबाद SNMMCH में कोविड टेस्ट में लगे टेक्नीशियन और माइक्रो बाइयोलॉजिकल के एचओडी डॉक्टर सुजीत की मानें तो पहले हर दिन 4 हजार से 5 हजार टेस्ट में 2सौ से अधिक संक्रमण के मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन पिछले दिनों में यह आंकड़ा काफी कम हो गया है. फिलहाल संक्रमण का आंकड़ा 5 से 7 फीसदी के बीच आ रहे हैं. पहले हर दिन जहां 10 से 20 संक्रमितों की मौत हो रही थी तो अब मौत नहीं हो रही है.
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लोगों की सरकार की तारीफ
दो महीने की लंबी लड़ाई के बाद अब कोरोना कि रफ्तार कम हुई है तो लोगों में भी उत्साह दिख रहा है. सरकार की ओर से उठाए गए कदम की प्रशंसा भी हो रही है. बीते दो महीने कोरोना संक्रमण के लिहाज से देशभर के लोगों के लिए कठिन रहा है. हालात सुधर रहे हैं पर अब भी खतरा टला नहीं है. इसलिए अभी-भी सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि इस घातक जानलेवा कोरोना को पूरी तरह शिकस्त दे सके.