धनबादः पुटकी थाना इलाके में एक लड़की के अपहरण मामले में भाजपा नेताओं की अंदरूनी लड़ाई सामने आ गई है. लड़की के फेसबुक पेज पर प्रेमी के साथ स्वेच्छा से जाने की बात सामने आने के बाद बीजेपी विधायक राज सिन्हा ने कहा कि सच्चाई सामने आ गई, अपहरण का आरोप निराधार था. कुछ लोगों ने बेवजह मामले को तूल देने की कोशिश की, जबकि स्थानीय भाजपा नेताओं ने कार्रवाई को लेकर प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था. इधर शनिवार को पुलिस लड़की को लेकर कोर्ट पहुंची और 164 के तहत बयान दर्ज कराया.
यह था मामला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लड़की के घर से लापता होने के बाद परिजनों ने दूसरे संप्रदाय के प्रेमी के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इधर 22 सितंबर को लड़की महिला थाने पहुंची थी, महिला थाना पुलिस ने जानकारी लेने के बाद उसे उसके माता पिता के हवाले कर दिया. 23 तारीख को लड़की फिर से भागकर दूसरे संप्रदाय के प्रेमी के घर कच्ची बलिहारी चली गई. यहां प्रेमी के माता-पिता ने उसे वहां से लौटा दिया, जिसके बाद वह प्रेमी के पास चंदनकियारी सीमाबाद चली गई.
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प्रशासन को दिया गया था अल्टीमेटम
इधर इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो, निरसा विधायक अपर्णा सेन गुप्ता समेत पार्टी के अन्य नेता अपहृत लड़की की बरामदगी को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन पर दबाव बना रहे थे. लड़की की बरामदगी के लिए कर बीजेपी के नेताओं ने 3 तारीख तक का अल्टीमेटम भी प्रशासन और सरकार को दिया था और लड़की की बरामदगी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी. हालांकि विधायक राज सिन्हा खुद को इससे अलग रखा था. इस मामले में आरोप प्रत्यारोप भी हुए थे. सिन्हा का एक ऑडियो भी वायरल किया गया था और विधायक को हिन्दू विरोधी भी कहा गया. अब इन नेताओं पर विधायक राज सिन्हा निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है साजिश के तहत मेरी फोन पर बातची का ऑडियो वायरल किया गया.