धनबादः झरिया का निजी अस्पताल मातृ सदन में एक नवजात की मौत के बाद हंगामा हुआ. निजी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्स के ऊपर परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. हंगामे की सूचना मिलने के बाद झरिया थाना की पुलिस अस्पताल पहुंची. परिजनों ने मामले को लेकर पुलिस से लिखित शिकायत की है. पुलिस को दी गयी शिकायत में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक डॉ. ओपी अग्रवाल और डॉ. कृष्णा अग्रवाल को आरोपी बनाया है.
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झरिया थाना क्षेत्र के चासनाला बीटेक कॉलोनी संतोषी मंदिर के पास रहने वाले जीतन कुमारी हाड़ी का कहना है कि उसकी पत्नी छोटी देवी गर्भवती थी. जिसका शुरू से इलाज झरिया के चार नंबर स्थित मातृ सदन में चल रहा था. 30 मार्च को प्रसव पीड़ा होने के बाद पत्नी को मातृ सदन में भर्ती कराया. 31 मार्च को प्रसव के दौरान पत्नी को बेटा हुआ. जीतन कुमारी हाड़ी का कहना है कि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे. लेकिन 1 अप्रैल को सुबह 5:00 बजे नर्स आकर बच्चे को ले गयी.
नर्स की ओर से कहा गया कि बच्चे को डॉक्टर से दिखाने ले जा रहे हैं. नर्स बच्चे को डॉक्टर से दिखाने के बाद वापस लौटी. इसके बाद नर्स ने कहा कि बच्चे की मौत हो चुकी है. पति जीतन हाड़ी ने आरोप लगाया कि नर्स और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है. लापरवाही का आरोप लगाते हुए मातृ सदन अस्पताल में जीतन और उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे की सूचना मिलने के बाद झरिया थाना के पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामे को शांत कराया. जीतन हाड़ी ने अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर ओपी अग्रवाल और डॉ. कृष्णा अग्रवाल को आरोपी बनाते हुए पुलिस में लिखित शिकायत दी है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.