धनबाद: कोरोना की रोकथाम को लेकर जिले के डीसी सह आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष अमित कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक उनके कार्यालय में हुई. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कई अहम मुद्दों पर निर्णय लिए गए.
बैठक में क्वॉरेंटाइन सेंटर की संख्या बढ़ाने और बेडों की संख्या 500 से अधिक करने का निर्णय बैठक में लिया गया. इसके साथ ही 14 दिनों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी करने वाले और संक्रमित लोगों को माइग्रेंट सेंटर भेजने का निर्णय लिया गया है. जिले के सभी कैथ लैब को कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा. पीएमसीएच स्थित बालक छात्रावास, बीसीसीएल के भूली, जियलगड़ा अस्पताल और रेलवे अस्पताल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है.
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बैठक में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज धनबाद, निरसा पॉलिटेक्निक और टुंडी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को माइग्रेंट सेंटर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है. कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत वल्नरेबल व्यक्तियों को चिन्हित कर उनको सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय इस बैठक में लिया गया है, साथ ही कलस्टर कंटेंनमेंट ऑपरेशन के दौरान सीसीटीवी स्थापित कर क्षेत्र की बेरिकेडिंग करने का निर्णय इस बैठक में हुआ है.