धनबादः कोयलांचल सिर्फ काले हीरे से ही नहीं भरा है, बल्कि यहां बेशकीमती कोहिनूर भी है. जिसकी रोशनी अब छोटे पर्दे पर जलवा बिखेर रही है. उस बेशकीमती कोहिनूर हीरे का नाम रचित अग्रवाल है. रचित पुराना बाजार के रहने वाले व्यवसायी रतन अग्रवाल के पुत्र हैं. जिन्होंने मुंबई में निजी चैनल पर आने वाले सिंगिंग रियलिटी शो में टॉप सिक्स में जगह बनाने में सफलता हासिल की है.
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रचित के पिता रतन अग्रवाल का कहना है कि क्रिकेट आईपीएल की तरह ही यह देश का पहला शो है. वोटिंग के जरिए रचित इस शो का विजेता बन सकता है. उन्होंने लोगों से वोटिंग करने की अपील की है. रचित इस शो का विजेता बन सकता है, अगर लोग उन्हें मिस्डकॉल के जरिए वोट करें. रचित के परिजनों ने लोगों से वोट करने की अपील की है. वोटिंग का समय रविवार रात 8 बजे तक निर्धारित है. इस शो में रचित प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर की टीम में शामिल है.
महज 5 साल की उम्र में रचित को संगीत से प्यार हो गया. वह अक्सर मधुर गीत गुनगुनाता रहता था. जिसके बाद उसके चाचा रचित के अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने का निश्चय किया और उसे स्थानीय संगीत शिक्षक दिवंगत मुन्ना से शिक्षा-दीक्षा कराई. महज 8 साल की उम्र में रचित ने पहला गाना रेलवे क्लब में गाया था. उनके भाई मोहित बताते हैं कि 'लागा चुनरी में दाग' उसने अपने पहले गीत से सबों का मन मोह लिया. इसके बाद यह सिलसिला लगातार चलता रहा.
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रचित ने कई गाने की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और बुलंदियों को छूता गया. 3 साल पहले वो एक सिंगिंग शो में शामिल हुआ था. टॉप 8 में जगह बनाने के बाद किसी कारणों से रचित छंट गया. उसके बाद उसने कड़ी मेहनत की, जिसके बाद आज वह मुंबई में सिंगिंग रियलिटी शो के टॉप सिक्स में अपनी जगह बनाई है. रचित की बढ़ते कदम को देखकर मां अनिता अग्रवाल और बहन तन्नू काफी खुश हैं. मां कहती है कि इसी तरह वह आगे बढ़ते रहे, हमारी दुआएं रचित के साथ है.