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महिलाएं चाहें महंगाई में कमी, टिकी बजट पर नजर

झारखंड सरकार 3 मार्च को बजट पेश करने वाली है. इसको लेकर आम लोगों में काफी उम्मीदें हैं. वहीं धनबाद जिले की महिलाओं ने बजट को लेकर अपनी मांगें बताई हैं.

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झारखंड बजट
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Published : Feb 28, 2021, 6:23 PM IST

धनबाद: झारखंड सरकार आगामी 3 मार्च को बजट पेश करने वाली है. बजट सत्र आरंभ भी हो चुका है. आगामी बजट को लेकर धनबाद की महिलाओं की काफी आकांक्षाएं हैं. महिलाओं ने ईटीवी भारत से अपने बातें साझा की हैं. महिलाओं की सरकार से काफी अधिक आशा है, अब देखना दिलचस्प होगा.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें-हेमंत सरकार के बजट से गिरिडीह के लोगों को हैं कई उम्मीदें, रोजगार के साथ-साथ स्वास्थ्य-शिक्षा के लिए पैकेज की मांग


रसोई का बजट बिगड़ा
जिले में महिलाओं की सबसे पहली मांग बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की है. महिलाओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि बढ़ती महंगाई की वजह से उनका रसोई का बजट गड़बड़ा गया है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सब्जियों के दामों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. जिस वजह से उन्हें रसोई संभालने में काफी कठिनाई हो रही है.साथ ही जिस प्रकार से गैस के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में रसोई कैसे चलाई जाए, कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से भी गैस और पेट्रोल डीजल के दामों में टैक्स कम करके झारखंड की जनता को राहत देने की मांग की है.


पुरानी योजना भी शुरू करें
महिलाओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार की तरफ से महिलाओं को सम्मान देने की बात कहकर 50 लाख रुपये तक की जमीन रजिस्ट्री में महिलाओं को छूट दी गई थी. मात्र एक रुपये में महिलाओं के नाम से जमीन की रजिस्ट्री होती थी. जिसे हेमंत सोरेन की सरकार आते ही बंद कर दिया गया. उसे फिर से लागू करने की मांग महिलाओं ने की है. महिलाओं ने बताया कि इस योजना के कारण जो पुरुष महिलाओं को घर से नहीं निकालना पसंद करते थे या उनके नाम पर कोई संपत्ति नहीं रखना चाहते थे. वह भी फायदे को देखते हुए महिलाओं के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री करवा रहे थे, जिससे महिलाएं सशक्त हो रहीं थीं. इस योजना को अविलंब शुरू करना चाहिए.


सरकार को देना चाहिए ध्यान
कुछ छात्राओं ने ईटीवी भारत को बताया कि पढ़ाई से संबंधित स्टेशनरी के दामों में काफी उछाल आ गया है, जिस कारण अभिभावकों को काफी कठिनाइयां हो रहीं हैं. इन सभी के दामों पर सरकार का कंट्रोल होना चाहिए. दोबारा प्रवेश भले ही बंद करा दिया गया हो लेकिन यह दिखावा है. सरकार को इस पर भी ध्यान देना चाहिए. साथ ही साथ नए मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. जो सुविधाएं हायर एजुकेशन के लिए अन्य शहरों में देखी जाती हैं. वहीं सुविधाएं धनबाद में भी होनी चाहिए, क्योंकि धनबाद झारखंड के सबसे धनी जिले में गिना जाता है.

कॉस्मेटिक आइटम के दामों में हो कमी
महिलाओं ने कहा कि महिलाओं के लिए शृंगार बहुत ही मायने रखता है. ऐसे में महंगाई का असर शृंगार के सामान की खरीद पर भी पड़ रही है. ऐसे में सरकार को कॉस्मेटिक आइटम के दामों में भी ध्यान देना चाहिए, ताकि महिलाओं को दिक्कत न हो.

धनबाद: झारखंड सरकार आगामी 3 मार्च को बजट पेश करने वाली है. बजट सत्र आरंभ भी हो चुका है. आगामी बजट को लेकर धनबाद की महिलाओं की काफी आकांक्षाएं हैं. महिलाओं ने ईटीवी भारत से अपने बातें साझा की हैं. महिलाओं की सरकार से काफी अधिक आशा है, अब देखना दिलचस्प होगा.

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रसोई का बजट बिगड़ा
जिले में महिलाओं की सबसे पहली मांग बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की है. महिलाओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि बढ़ती महंगाई की वजह से उनका रसोई का बजट गड़बड़ा गया है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सब्जियों के दामों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. जिस वजह से उन्हें रसोई संभालने में काफी कठिनाई हो रही है.साथ ही जिस प्रकार से गैस के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में रसोई कैसे चलाई जाए, कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से भी गैस और पेट्रोल डीजल के दामों में टैक्स कम करके झारखंड की जनता को राहत देने की मांग की है.


पुरानी योजना भी शुरू करें
महिलाओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार की तरफ से महिलाओं को सम्मान देने की बात कहकर 50 लाख रुपये तक की जमीन रजिस्ट्री में महिलाओं को छूट दी गई थी. मात्र एक रुपये में महिलाओं के नाम से जमीन की रजिस्ट्री होती थी. जिसे हेमंत सोरेन की सरकार आते ही बंद कर दिया गया. उसे फिर से लागू करने की मांग महिलाओं ने की है. महिलाओं ने बताया कि इस योजना के कारण जो पुरुष महिलाओं को घर से नहीं निकालना पसंद करते थे या उनके नाम पर कोई संपत्ति नहीं रखना चाहते थे. वह भी फायदे को देखते हुए महिलाओं के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री करवा रहे थे, जिससे महिलाएं सशक्त हो रहीं थीं. इस योजना को अविलंब शुरू करना चाहिए.


सरकार को देना चाहिए ध्यान
कुछ छात्राओं ने ईटीवी भारत को बताया कि पढ़ाई से संबंधित स्टेशनरी के दामों में काफी उछाल आ गया है, जिस कारण अभिभावकों को काफी कठिनाइयां हो रहीं हैं. इन सभी के दामों पर सरकार का कंट्रोल होना चाहिए. दोबारा प्रवेश भले ही बंद करा दिया गया हो लेकिन यह दिखावा है. सरकार को इस पर भी ध्यान देना चाहिए. साथ ही साथ नए मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. जो सुविधाएं हायर एजुकेशन के लिए अन्य शहरों में देखी जाती हैं. वहीं सुविधाएं धनबाद में भी होनी चाहिए, क्योंकि धनबाद झारखंड के सबसे धनी जिले में गिना जाता है.

कॉस्मेटिक आइटम के दामों में हो कमी
महिलाओं ने कहा कि महिलाओं के लिए शृंगार बहुत ही मायने रखता है. ऐसे में महंगाई का असर शृंगार के सामान की खरीद पर भी पड़ रही है. ऐसे में सरकार को कॉस्मेटिक आइटम के दामों में भी ध्यान देना चाहिए, ताकि महिलाओं को दिक्कत न हो.

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