धनबाद: जिले में बिंदी लगाने पर टीचर द्वारा थप्पड़ मारने और फिर छात्रा के आत्महत्या के मामले में बीडीओ ने जांच शुरू कर दी है. बुधवार को बाघमारा बीडीओ सुनील प्रजापति स्कूल पहुंचे और शिक्षकों से पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने अभिभावकों के साथ भी बैठक की और स्कूल में पढ़ाई शुरू करने पर उनकी राय जानी.
यह भी पढ़ें: बिंदी के लिए आत्महत्या मामला: झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन ने की बाल संरक्षण आयोग से जांच की मांग
उन्होंने सुसाइड करने वाली छात्रा के परिजनों से भी मुलाकात की. बीडीओ ने कहा कि डीसी के निर्देश पर जांच करने पहुंचे हैं. छात्रा के परिजन और स्कूल शिक्षकों से पूछताछ की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट डीसी को सौपेंगे.
छात्रा ने कर ली थी आत्महत्या: बता दें कि जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा उषा कुमारी के बिंदी लगाने पर स्कूल शिक्षिका के द्वारा प्रताड़ित करने के साथ ही थप्पड़ मारा गया था. जिससे आहत होकर छात्रा ने सोमवार की रात अपने घर में आत्महत्या कर ली थी. छात्रा ने सुसाइड नोट में शिक्षिका सिंधु झा को जिम्मेदार ठहराया है. मामले में मंगलवार की सुबह आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव के साथ स्कूल के सामने सड़क जाम कर धरना दिया था. आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों के आंदोलन के बाद पुलिस ने शिक्षिका सिंधु झा और प्रिंसिपल राजकिशोर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
'मां को भी बोले गए अपशब्द': मामले में छात्रा की छोटी बहन ने बताया कि उसकी बहन उषा को बिंदी लगाने के कारण प्रताड़ित किया गया था. प्रिंसिपल ने मां को भी अपशब्द कहा था. वे पिता की मौत के बाद दो साल से स्कूल फी जमा नहीं कर पा रहे हैं. पहले ही स्कूल से निकालने की धमकी दी गयी थी. उसके बाद शिक्षिका के प्रताड़ित करने के कारण बहन ने आत्महत्या कर ली. उसने कहा कि प्रिंसिपल और शिक्षिका पर कठोर कार्रवाई की जाए.
खराब वयवहार के लिए शिक्षिका ने मारा था थप्पड़-वाइस प्रिंसिपल: वहीं मामले में स्कूल वाइस प्रिंसिपल का कहना है कि बिंदी लगाने की बात को लेकर शिक्षिका संधू झा ने उषा कुमारी को थप्पड़ नहीं मारा था. बल्कि शिक्षक से गलत व्यवहार और गलत तरीके से बात करने के लिये थप्पड़ मारा गया था. लेकिन परिजनों ने इसे कुछ और ही रूप दे दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल अपने शिक्षिका और प्रिंसिपल को जेल से निकालने के लिए वह कानून की मदद लेंगी.