धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कार्यरत 120 संविदा कर्मियों की छंटनी का आदेश जारी होने के बाद विधायक राज सिन्हा अस्पताल पहुंचे और संविदा कर्मियों और अस्पताल के अधीक्षक डॉ एके बर्णवाल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने झारखंड सरकार पर एसएनएमएमसीएच को बंद करने की साजिश करने का आरोप लगाया.
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शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचे विधायक राज सिन्हा ने सबसे पहले संविदा पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों से मुलाकात की. उनकी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना, जिसके बाद विधायक ने अस्पताल अधीक्षक से मुलाकात कर पारा मेडिकल कर्मियों की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक राज सिन्हा ने बताया कि पारा मेडिकल कर्मियों की छंटनी को रोकने के लिए वह मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ सचिव से मुलाकात करेंगे.
'स्टाफ की कमी के बावजूद छंटनी समझ से परे': विधायक ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में एसएनएमएमसीएच का काफी विकास हुआ है. ऐसे में यहां स्टाफ की कमी है, जिसके लिए अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग को अपनी सूची सौंपी थी. लेकिन जनविरोधी राज्य सरकार कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों की छंटनी कर रही है. शायद आउटसोर्सिंग कंपनी से मुख्यमंत्री की सांठ-गांठ नहीं हो सकी. जिसके परिणाम स्वरूप छंटनी को अंजाम दिया जा रहा है. विधायक ने कहा कि अभी हाल ही में वरीय अधिकारियों के साथ SNMMCH अधीक्षक की बैठक हुई थी, जिसमे कुल मैन पाॅवर 1036 होने की सूची बनाकर रिपोर्ट सौंपी गई थी. लेकिन अब उस पर से 120 कर्मियों की छंटनी समझ से परे है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार जानबुझकर एसएनएमएमसीएच को बंद करने की साजिश कर रही है.
मालूम हो कि एसएनएमएमसीएच में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी के 120 संविदा पारा मेडिकल कर्मी को हटाने का पत्र स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधीक्षक को मिला है, जिसके बाद से संविदा पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मी लगातार अपनी समस्याओं को लोकतांत्रिक तरीके से अधिकारी और जनप्रतिनिधि के सामने रख रहे हैं.