धनबाद: ग्रामीणों ने जाल बिछाकर ऐसे दो शातिर साइबर फ्रॉड को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया है. ये ठग सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भोले भाले ग्रामीणों का बैंक में अकाउंट खुलवाते थे और फिर अकाउंट का प्रयोग ठगी के लिए करते थे.
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धराए गए ठगों में एक निरसा का जबकि दूसरा बागसुमा का रहनेवाला बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा. वहीं ग्रामीणों ने पकड़े गए दोनों आरोपियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
18 लोगों को साइबर ठगों ने जाल में फंसाया: ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा सुखाड़ राहत एवं अन्य चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर गोविंदपुर के करीब 18 लोगों को साइबर ठगों ने जाल में फंसाया. दो ठग ने योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ग्रामीणों का बैंक अकाउंट खुलवाया. खुद को प्रखंड का प्रतिनिधि बताकर लोगों के आधार कार्ड और पैनकार्ड ले लिए. कई दिन बीत जाने के बाद भी लोगों को योजनाओं का लाभ नही मिल सका. जिसके बाद बैंक जाकर मामले की जानकारी ली. बैंक पहुंचने के बाद मालूम हुआ कि उनके खाते से राशि की ट्रांसफर की जा रही है. जिसके बाद लोग परेशान हो गए.
गांव के लोगों ने ऐसे दबोचा ठगों को: ठगी के शिकार हुए लोगों ने गांव के प्रबुद्ध जनों को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद गांव के युवकों ने पीड़ित लोगों से फ्रॉड को फोन पर बात करन को कहा. पीड़ित लोगों ने रणनीति के तहत फोन कर अन्य लोगों के खाता खुलवा कर योजनाओं का लाभ दिलाने की बात फ्रॉड को कही. जिसके बाद वह इस बार ग्रामीणों के झांसे में आ गए. दोनों फ्रॉड के गांव पहुंचने पर लोगों ने उसे धर दबोचा. जमकर पिटाई कर दी. बाद में दोनों को गोविंदपुर थाना ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया. गोविंदपुर थाना की पुलिस ने बरवाअड्डा थाना की पुलिस को हवाले कर दिया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
डीएसपी वन अमर पांडेय ने क्या कहा: वहीं मामले को लेकर डीएसपी वन अमर पांडेय ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि दोनों आरोपी युवकों से पूछताछ की जा रही है. पीड़ित की तरफ से शिकायत नही मिली है. पीड़ित की तरफ से शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.