धनबादः सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में मंगलवार को पीसी एंड पीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में सिविल सर्जन ने कहा कि धनबाद के शहरी और ग्रामीण इलाकों में अवैध रूप से लिंग परीक्षण की जानकारी मिल रही है. जबकि ऐसा करना कानूनन अपराध है. ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर अल्ट्रा साउंड संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी.
मुखबिर योजना की दी जानकारीः सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने कहा कि राज्य सरकार बेटियों की सुरक्षा के लिए काफी गंभीर है. लिंग परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए झारखंड सरकार ने मुखबिर योजना शुरू की है. योजना के तहत लिंग परीक्षण करने वाले सेंटर्स की सटीक सूचना देनेवाले को एक लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. आम नागरिक अवैध लिंग जांच करने वाले संस्थानों या व्यक्तियों की सूचना जिला समुचित पदाधिकारी या टोल फ्री नंबर 104 पर दे सकते हैं.
पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के प्रावधानों से कराया अवगतः बैठक में सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के चिकित्सकों और संचालकों को पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के दंड प्रावधानों से अवगत कराया गया और पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट से संबंधित पोस्टर सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लगाने का निर्देश दिया गया.
लिंगानुपात में सुधार के लिए जागरुकता अभियान चलाने का निर्देशः सेक्स रेश्यो में सुधार करने के लिए स्कूल और कॉलेजों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने, नगर निगम की गाड़ियों में बेटी बचाओ के संबंध में प्रचार-प्रसार करने, लड़कियों को शिक्षा के दौरान स्वास्थ्य सुविधा के संबंध में या पोषण के संबंध में किसी प्रकार का भेदभाव का सामना नहीं करना पड़े और लड़कियों का विवाह समय से पूर्व नहीं हो यह सुनिश्चित करने निर्देश दिया गया.
बैठक में ये थे मौजूदः बैठक में सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, कार्यपालक दंडाधिकारी कुमार बंधु कच्छप, डॉक्टर विकास कुमार राणा, नीता सिन्हा, आरके श्रीवास्तव, डेमियन सोशल वेलफेयर के मंताज अंसारी आदि मौजूद थे.