धनबाद: झारखंड राज्य बाल अधिकार संस्थान आयोग की जनसुनवाई डीआरडीआर सभागार में हुई. जिसमें बीपीएल कोटे से निजी स्कूलों ने नामांकन का मुद्दा छाया रहा. बीपीएल कोटे से होने वाले नामी गिरामी स्कूलों में अनियमितता बरतने का आरोप अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के ऊपर लगाया.
वहीं भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता प्रसाद ने डीएसई के ऊपर गंभीर आरोप भी लगए. उन्होंने कहा कि डीएसई खुद दलाल हैं और अपने नीचे दलालों को पाल कर रखें है. जिला अध्यक्ष ने डीएसई के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराने की चेतावनी भी दी है. वहीं बाल अधिकार आयोग के पदाधिकारी ने मामले को लेकर टीम गठित कर जांच कराने की बात कही है.
बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष रीता प्रसाद ने कहा कि 551 बच्चों को बीपीएल कोटे से नामांकन के लिए सूचीबद्ध किया गया है. यह सभी बच्चे विशेष वर्ग से आते हैं. बीपीएल कोटे से नामांकन के इनके चयन में भारी अनियमितता बरती गई. इसके लिए मैंने आयोग से जांच कराने की मांग की है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है.
रीता प्रसाद ने जावेद नाम के एक व्यक्ति के ऊपर भी कई आरोप लगाए हैं.अपने आरोप में उन्होंने कहा कि जावेद डीएसई कार्यकाल में नौकरी नही करता है. इसके बावजूद डीएसई उन्हें अपने कक्ष में बैठकर रखते हैं. डीएसई कार्यालय के क्लर्कों के पास जावेद का अड्डा रहता है. उन्होंने कहा कि बाल आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो डीएसई के खिलाफ मैं खुद प्राथमिकी दर्ज कराने का काम करूंगी. वहीं अन्य अभिभावकों ने कहा कि बीपीएल कोटे से नामांकन में कई अनियमितता बरती गई है.