धनबाद: जिले में शुक्रवार को धनबाद उपायुक्त कार्यालय में लगे जनता दरबार में इस बार भी काफी फरियादियों ने उपायुक्त उमाशंकर सिंह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपनी समस्याओं को रखा. कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए जनता दरबार में आने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाकर पहुंचे. सभी आगंतुकों की थर्मल स्कैनिंग की गई. वहीं, जनता दरबार में लगातार अधिकांश प्रखंड और अंचल स्तर की पेंशन, जमीन जायदाद और राशन कार्ड संबंधित मामले आए.
जनता दरबार में भूली की विभा कुमारी रोजगार, राशन और पेंशन की समस्या को लेकर उपायुक्त उमा शंकर सिंह से मिली. विभा कुमारी जन्म से दिव्यांग है, परंतु उनकी प्रतिभा में कोई कमी नहीं है. उन्होंने बीटेक और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. पिता कोलियरी में फॉरमैन के पद पर कार्यरत थे, फिलहाल सेवानिवृत्त हैं. उनकी समस्या को सुनकर उपायुक्त ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी भोगेंद्र ठाकुर को राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया. मात्र 9 मिनट में विभा कुमारी का राशन कार्ड बन गया. नजारत उप समाहर्ता अनुज बांडो ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी. विभा की प्रतिभा को देखते हुए उपायुक्त ने डीएमएफटी के शुभम सिंघल से कोविड कंट्रोल रूम में काम देने के लिए उनकी प्रतिभा को परखने का निर्देश दिया.
राकेश कुमार को मिलेगी एक महीने में जमीन
जनता दरबार में भौंरा के राकेश कुमार ने उपायुक्त से मुलाकात की. वे भूतपूर्व सैनिक हैं. उन्होंने खेती के लिए सैनिक भू-बंदोबस्ती योजना के तहत खेती करने के लिए जमीन देने की मांग की. उपायुक्त ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपर समाहर्ता श्याम नारायण राम से इस मामले को टॉप प्रायरिटी में रखते हुए एक माह में जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. जनता दरबार में गोविंदपुर के लाल गोविंद गोस्वामी ने उपायुक्त से कहा कि गोविंदपुर पोस्ट ऑफिस में उनका सेविंग खाता है, जिसमें कुछ रकम जमा है. पत्नी की मृत्यु हो चुकी है. जब वे रकम निकासी के लिए पोस्ट ऑफिस गए तो रकम की निकासी नहीं करने दी. उपायुक्त ने तुरंत डाक अधीक्षक से फोन पर बात की और इनकी समस्या का समाधान कर दिया.
ये भी पढ़ें: भाकपा माओवादी की एरिया कमांडर कौशल्या गिरफ्तार, दो लाख की है इनामी, उगले कई राज
वहीं, जंगलपुर के रमजान अंसारी और याकूब अंसारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति का नाम जोड़े जाने की शिकायत की. उन्होंने कहा कि इस त्रुटि के कारण उन्हें आवास नहीं मिला है. उपायुक्त ने इसके लिए नोडल पदाधिकारी को तुरंत जांच करने का निर्देश दिया. जांच के बाद एक घंटे में यह उजागर हुआ कि उनके नाम पर किसी गलत व्यक्ति को टैग कर दिया गया है. उपायुक्त ने त्रुटि को 2 दिन में ठीक कर दोनों लाभुकों को आवास देने का निर्देश दिया है.
जनता दरबार में उपायुक्त से मिलने वालों में राजकुमार तांती, आर के समाद्दार, मेरी रोज टुडू, बांके बिहारी सिंह, राखी देवी, अभिनव कुमार, गोपाल प्रसाद गुप्ता, बबिता कुमारी, रमेश चंद्र गुप्ता, कल्पना भंडारी, महेश तिवारी, गया प्रसाद, निलु फ़ीना, अजय कुमार, उर्मिला देवी, मनीषा कुमारी, सीमा सिंह सहित बडी संख्या में लोग शामिल थे. अधिकतर शिकायतें सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड, जाति और आवासीय प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, चिकित्सा सहायता अनुदान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, भूमि संबंधी थी.
दिव्यांग फरियादियों की उपायुक्त स्वयं जाकर सुनेंगे शिकायत
जनता दरबार में फरियाद लेकर पहुंचने वाले दिव्यांगजनों को सीढ़ियां चढ़कर उपायुक्त के पास पहुंचना पड़ता है. उनके इस कष्ट को देखते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अब हर जनता दरबार में दिव्यांगजनों के लिए समाहरणालय के बेसमेंट में बैठने का विशेष प्रबंध किया जाएगा. उपायुक्त स्वयं वैसे शिकायतकर्ताओं से नीचे उतर कर मुलाकात करेंगे. उनकी शिकायतों को सुनेंगे और त्वरित निष्पादन करेंगे. जनता दरबार में उपायुक्त श्उमाशंकर सिंह के साथ अपर समाहर्ता श्याम नारायण राम, निदेशक डीआरडीए श्री संजय कुमार भगत भी उपस्थित थे.