निरसा/धनबाद: कोयलांचल के कुमारधुबी खदान में घुसे अपराधी पुलिस की घेराबंदी के बाद भी भागने में सफल रहे. तीन दिनों से खदान के मुहाने पर कैंप किए सुरक्षाकर्मी मंगलवार को भीतर घुसे तो कोई भी अपराधी नहीं मिला. कयास लगाए जा रहे हैं कि सभी अपराधी भागने में सफल हो गए हैं.
ये भी पढ़ें-कुमारधुबी भाग्यलखी खदान में अपराधियों का गैंग, बाहर पुलिस कर रही कैंप
गौरतलब है कि रविवार देर रात लगभग 12:00 बजे 20 से 25 की संख्या में अपराधी B.L इनक्लाइन ( B.L incline) में केबल लूटने के लिए पहुंच गये थे. अपराधी कुमारधुबी भाग्यलखी खदान में घुसे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया. दोनों ओर से फायरिंग हुई. अपराधियों ने बम भी फेंके. इस मुठभेड़ में सिक्योरिटी इंचार्ज अवध बिहारी घायल हो गए. उनके हाथ की अंगुली बम फटने से उड़ गई.
खदान के बाहर कैंप कर रही थी फोर्स
इस बीच भारी संख्या में खदान के मुहाने पर सीआईएसएफ और धनबाद पुलिस की टीम रविवार रात से ही कैंप कर रही थी. सोमवार को ट्रॉली के माध्यम से उन पर इसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की बात भी लिख कर भेजी गई लेकिन नीचे से कोई जवाब नहीं आया. बाद में सोमवार को धनबाद से बुलेट प्रूफ जैकेट मंगाए गए.
सोमवार रात को कुछ दूरी तक खदान में जाकर सुरक्षाकर्मी ने अपराधियों की खोज की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. अंततः मंगलवार को सुरक्षाकर्मी अंदर पहुंचे लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी अंदर कोई अपराधी नहीं मिला.ईसीएल के जीएम ने मीडिया को बताया कि सुरक्षाकर्मी खदान के अंदर अपराधियों की खोज में गए थे लेकिन वहां पर उन्हें कोई अपराधी नहीं मिला है. ऐसा लग रहा है जैसे अपराधी भागने में सफल हो गए हैं.
घटना पर कई सवाल
आपको बता दें कि कुमारधुबी कोलियरी के इस B.L incline के चारों तरफ चाहरदीवारी है और सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं. इसके बावजूद भारी संख्या में अपराधी यहां पर कैसे पहुंचे इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी B.L incline में बीते कुछ दिनों पहले ही केबल लूट की घटना घटी थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों की साठगांठ के कारण ही इस प्रकार की घटना पर लगाम नहीं लग पा रही है.
लगातार तीन दिनों से कुमारधुबी कोलियरी में खदान के मुहाने पर पुलिस और सीआईएसएफ की टीम कैंप कर रही थी लेकिन उसके बावजूद अपराधी वहां से भागने में सफल हो गए इस पर भी स्थानीय लोगों ने सवाल खड़ा किया है. लोगों का कहना है कि खदान के अंदर से दूसरा और कोई रास्ता निकलने का है ही नहीं ऐसे में अपराधी भागने में सफल कैसे हो सकते हैं.
ये भी पढ़ें-धनबाद के कुमारधुबी भाग्यलखी खदान के बाहर संवाददाता LIVE
40 जवान घुसे थे कुमारधुबी कोलियरी के भीतर
मंगलवार दोपहर बाद 40 जवानों के साथ पुलिस, सीआईएसएफ और ईसीएल की संयुक्त टीम भीतर घुसी थी. टीम ने माइन के भीतर सर्च अभियान चला कर अपराधियों को ढूंढ़ा गया, लेकिन कोई अपराधी नहीं मिला. इस पर सभी लोग बाहर चले आए.
अपराधियों पर कर्मचारियों अफसरों के अलग-अलग दावे
इलेक्ट्रिक विभाग के एक कर्मचारी मंगलम कुमार ने बताया कि अपराधी माइन के अंदर ही थे. अपराधियों ने उनपर फायरिंग भी की, उनके साथ गए सुरक्षा गार्ड ने जवाब में फायरिंग भी की थी. इधर, माइंस में सर्च अभियान के बाद मुगमा एरिया जीएम बीसी सिंह ने कहा कि कोई अपराधी अंदर नहीं है.
फिर भी एक और बार सर्च अभियान चलाया जाएगा. उसके बाद काम को चालू करने का निर्देश देंगे. निरसा एसडीपीओ पीताम्बर सिंह खेरवार ने भी कहा कि पुलिस, सीआईएसएफ, ईसीएल प्रबंधन की टीम एक साथ खदान के अंदर अपराधियों को ढूढ़ने गई थी. सर्च करने पर कोई नहीं मिला.
दावों पर सवाल
सवाल उठता है कि जब रविवार को 20 से 25 की संख्या में अपराधी खदान में घुसे थे, सुरक्षाकर्मियों पर बम फेंके थे, फायरिंग के बाद अंडरग्राउंड माइन में जाकर छिप गए थे और पुलिस बाहर कैंप कर रही थी तो बगैर दूसरे रास्ते के अपराधी कहां गए?