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Crime News Dhanbad: धनबाद में आरएसएस कार्यकर्ता हत्याकांड में शामिल चार साइबर अपराधी गिरफ्तार, पुलिस की जांच में आया नया मोड़ - साइबर अपराधियों का खेल

धनबाद में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या मामले में पुलिस जांच में नया मोड़ सामने आया है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में कई गहरे राज उगले हैं.

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RSS Worker Murder Case In Dhanbad
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Published : Jul 16, 2023, 7:47 PM IST

जानकारी देते संवाददाता नरेंद्र निषाद

धनबाद: पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के दूमा गांव के रहने वाले आरएसएस कार्यकर्ता सह ग्राम रक्षा दल के सदस्य शंकर प्रसाद डे की 11 जुलाई की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चारों आरोपी साइबर अपराधी बताए जाते हैं. हत्याकांड में यह चारों अपराधी शामिल थे. गिरफ्तार अपराधियों में जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के देवली बाड़ी निवासी पंकज दास, पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के दूमा के रहने वाले रमेश सिंह, सोहनाथ के रहने वाले संतोष कुमार और सुंदरपुर के रहने वाले गोविंद महतो शामिल हैं.

ये भी पढ़ें-RSS worker shot dead: धनबाद में आरएसएस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, मुखबिरी से नाराज थे अपराधी

हत्याकांड में हथियार उपलब्ध करानेवाला अपराधी गिरफ्तारः जानकारी के अनुसार हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पंकज के द्वारा ही हथियार उपलब्ध कराया गया था. रमेश सिंह, संतोष कुमार और गोविंद महतो ने हत्याकांड के लिए रेकी की थी. पुलिस के अनुसार हत्याकांड को लेकर देवघर, जामताड़ा और अन्य जिलों में छापेमारी चल रही है. पुलिस जल्द ही हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले से पर्दा उठा देगी.

हत्याकांड में नया पहलू पुलिस के सामने आयाः बताते चलें कि घटना के बाद 12 जुलाई को पुलिस ने सुशांत डे और उमेश डे नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. यह दोनों आरोपी मृतक के भतीजे हैं. प्रथम दृष्टया पुलिस को यह लगा था कि पारिवारिक विवाद में आरएसएस कार्यकर्ता शंकर प्रसाद डे की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस की अनुसंधान में कई पहलू सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र, जामताड़ा और देवघर समेत अन्य जिलों में साइबर अपराधियों का खेल चलता है. इस बात की जानकारी शंकर डे को मिलती रहती थी. पूर्वी टुंडी का इलाका ही नहीं, बल्कि जामताड़ा और देवघर जैसे जिलों में भी साइबर अपराधियों के बारे में खास जानकारी शंकर डे रखते थे. जिसकी सूचना शंकर डे समय-समय पर पुलिस को देते रहते थे. पुलिस को शंकर डे की सूचना पर की बार कामयाबी भी मिली थी.

मुखबिरी की संदेह में हत्या की आशंकाः गिरफ्तार किए गए चारों अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं. विशेषकर शंकर डे के द्वारा पुलिस को दी जाने वाली अपराधियों को लेकर सूचनाओं के बारे में पुलिस का अनुसंधान फिलहाल चल रहा है. अनुसंधान में जो बातें सामने आ रही है उससे प्रतीत हो रहा है कि मुखबिरी को लेकर शायद शंकर डे की हत्या की गई थी. हालांकि यह पुलिस का अनुमान है. पुलिस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.

जानकारी देते संवाददाता नरेंद्र निषाद

धनबाद: पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के दूमा गांव के रहने वाले आरएसएस कार्यकर्ता सह ग्राम रक्षा दल के सदस्य शंकर प्रसाद डे की 11 जुलाई की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चारों आरोपी साइबर अपराधी बताए जाते हैं. हत्याकांड में यह चारों अपराधी शामिल थे. गिरफ्तार अपराधियों में जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के देवली बाड़ी निवासी पंकज दास, पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के दूमा के रहने वाले रमेश सिंह, सोहनाथ के रहने वाले संतोष कुमार और सुंदरपुर के रहने वाले गोविंद महतो शामिल हैं.

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हत्याकांड में हथियार उपलब्ध करानेवाला अपराधी गिरफ्तारः जानकारी के अनुसार हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पंकज के द्वारा ही हथियार उपलब्ध कराया गया था. रमेश सिंह, संतोष कुमार और गोविंद महतो ने हत्याकांड के लिए रेकी की थी. पुलिस के अनुसार हत्याकांड को लेकर देवघर, जामताड़ा और अन्य जिलों में छापेमारी चल रही है. पुलिस जल्द ही हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले से पर्दा उठा देगी.

हत्याकांड में नया पहलू पुलिस के सामने आयाः बताते चलें कि घटना के बाद 12 जुलाई को पुलिस ने सुशांत डे और उमेश डे नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. यह दोनों आरोपी मृतक के भतीजे हैं. प्रथम दृष्टया पुलिस को यह लगा था कि पारिवारिक विवाद में आरएसएस कार्यकर्ता शंकर प्रसाद डे की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस की अनुसंधान में कई पहलू सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र, जामताड़ा और देवघर समेत अन्य जिलों में साइबर अपराधियों का खेल चलता है. इस बात की जानकारी शंकर डे को मिलती रहती थी. पूर्वी टुंडी का इलाका ही नहीं, बल्कि जामताड़ा और देवघर जैसे जिलों में भी साइबर अपराधियों के बारे में खास जानकारी शंकर डे रखते थे. जिसकी सूचना शंकर डे समय-समय पर पुलिस को देते रहते थे. पुलिस को शंकर डे की सूचना पर की बार कामयाबी भी मिली थी.

मुखबिरी की संदेह में हत्या की आशंकाः गिरफ्तार किए गए चारों अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं. विशेषकर शंकर डे के द्वारा पुलिस को दी जाने वाली अपराधियों को लेकर सूचनाओं के बारे में पुलिस का अनुसंधान फिलहाल चल रहा है. अनुसंधान में जो बातें सामने आ रही है उससे प्रतीत हो रहा है कि मुखबिरी को लेकर शायद शंकर डे की हत्या की गई थी. हालांकि यह पुलिस का अनुमान है. पुलिस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.

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