धनबादः हत्याकांड में शामिल गिरफ्तार दो आरोपियों को जेल ले जाने के दौरान मृतक के परिजनों ने थाना पहुंचकर जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि हत्याकांड में शामिल तीसरे आरोपी को पुलिस ने थाना से छोड़ दिया है. इस दौरान मृतक के परिजन पुलिस की गाड़ी के सामने लेट गए और पुलिस की गाड़ी को बढ़ने नहीं दे रहे थे. वहीं वाहन के सामने लेटे शख्स को हटाने में पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी. इसके बाद पुलिस आरोपियों को जेल ले जा सकी. वहीं मृतक के भाई का आरोप है कि पुलिस हत्याकांड में शामिल एक अन्य आरोपी को बचा रही है. मृतक के भाई ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी आरोपी बख्शा गया तो वह सुसाइड कर लेगा. इसके लिए सिर्फ पुलिस जिम्मेदार होगी.
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22 अक्टूबर को हुई थी शमशाद आलम की हत्याः बताते चलें कि 22 अक्टूबर 2023 को तेतुलमारी थाना क्षेत्र के चंदौर एटीएस चार नंबर के रहने वाले 28 वर्षीय शमशाद आलम की हत्या कर दी गई थी. तेतुलमारी थाना क्षेत्र के बत्ती घर के समीप की झाड़ियों में शमशाद गंभीर रूप से जख्मी अवस्था में पुलिस को मिला था. पुलिस ने उसे इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया था. जहां डॉक्टर ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया था. मृतक शमशाद के भाई शमशेर के बयान पर पुलिस ने तबरेज, अंकित और उसके भाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की थी. पुलिस ने मामले में जीरो सिम कॉलोनी के रहने वाले फकरुद्दीन आलम और उसके भाई सदरुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार किया था.
चोरी करने के आरोप में की गई थी शमशाद की हत्याः पुलिस को दिए गए स्वीकारोक्ति बयान में दोनों आरोपियों ने अपना अपराध कुबूल किया है. दोनों ने पुलिस को बताया कि दोनों हाइवा चलाते हैं. हाइवा लेकर रात में पहुंचे थे. रात में हाइवा को अपने घर के पास खड़ा कर दिया था. रात में शमशाद ने हाइवा की बैट्री, डीजल और स्टेपनी चोरी कर ली. जिसके बाद गुस्से में आकर दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस हत्या में प्रयुक्त प्लास्टिक रस्सी और लोहे का रॉड उसके घर से बरामद किया है.
हत्याकांड में शामिल तीसरे आरोपी को थाना से छोड़ने का लगाया आरोपः मृतक के भाई शमशेर के आरोप है कि हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन एक रिजवान नाम के एक आरोपी को पूछताछ के बाद पुलिस ने छोड़ दिया है. मुखिया पर भी शमशेर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने आरोप लगाया कि तीसरे आरोपी को छुड़ाने में स्थानीय मुखिया की भी भूमिका अहम रही. पुलिस और स्थानीय मुखिया की साठगांठ से आरोपी को छोड़ा गया है.
थाना प्रभारी ने कहाः वहीं मामले में एक आरोपी को छोड़े जाने के सवाल पर थाना प्रभारी रौशन कुमार का कहना है कि मामले की जांच चल रही है. दो आरोपियों को जेल भेजा चुका है. हत्याकांड में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.