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कोरोना खौफः धनबाद में बढ़ेंगे क्वॉरेंटाइन सेंटर, प्रशासन ने लिए अनेक ताबड़तोड़ फैसले

धनबाद में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद चारों ओर खलबली मची है. प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और एहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. प्रशासन ने इसकी रोकथाम के लिए विशेष रणनीति तैयार की है.

क्वॉरेंटाइन सेंटर
क्वॉरेंटाइन सेंटर
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Published : Apr 21, 2020, 9:34 AM IST

Updated : Apr 21, 2020, 9:59 AM IST

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना संक्रमित 2 मरीजों के मिलने के बाद धनबाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. साथ ही आगे की रणनीति को लेकर उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार अमित कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की एक बैठक की गई.

बैठक में क्वॉरेंटाइन सेंटर बढ़ाने एवं बेड की संख्या 500 से अधिक करने तथा 14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी करने वाले असंक्रमित लोगों को माइग्रेंट सेंटर में भेजने का निर्णय लिया गया.

साथ ही जिले के सभी कैथ लेब को कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है. पीएमसीएच अवस्थित बालक छात्रावास, बीसीसीएल के भूली एवं जियलगोड़ा अस्पताल तथा रेलवे अस्पताल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिह्नित किया गया है.

राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज धनबाद, निरसा पॉलिटेक्निक तथा टुंडी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को माइग्रेंट सेंटर के रूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है.

यह भी पढ़ेंः धनबाद में मिला दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज, डीसी अमित कुमार ने की पुष्टि

बैठक में कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत वल्नरेबल व्यक्तियों को चिन्हित कर उनको सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया. साथ ही क्लस्टर कंटेनमेंट ऑपरेशन के दौरान सीसीटीवी स्थापित कर क्षेत्र की बैरिकेडिंग करने का निर्णय लिया गया है.

साथ ही उपायुक्त ने पीएचईडी 1 एवं 2 के कार्यपालक अभियंताओं को ग्रीष्म काल को देखते हुए पेयजल समस्या के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने तथा प्रखंड स्तर पर नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. धनबाद में दो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज पाए गए हैं जिसके बाद जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है.

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना संक्रमित 2 मरीजों के मिलने के बाद धनबाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. साथ ही आगे की रणनीति को लेकर उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार अमित कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की एक बैठक की गई.

बैठक में क्वॉरेंटाइन सेंटर बढ़ाने एवं बेड की संख्या 500 से अधिक करने तथा 14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी करने वाले असंक्रमित लोगों को माइग्रेंट सेंटर में भेजने का निर्णय लिया गया.

साथ ही जिले के सभी कैथ लेब को कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है. पीएमसीएच अवस्थित बालक छात्रावास, बीसीसीएल के भूली एवं जियलगोड़ा अस्पताल तथा रेलवे अस्पताल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिह्नित किया गया है.

राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज धनबाद, निरसा पॉलिटेक्निक तथा टुंडी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को माइग्रेंट सेंटर के रूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है.

यह भी पढ़ेंः धनबाद में मिला दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज, डीसी अमित कुमार ने की पुष्टि

बैठक में कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत वल्नरेबल व्यक्तियों को चिन्हित कर उनको सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया. साथ ही क्लस्टर कंटेनमेंट ऑपरेशन के दौरान सीसीटीवी स्थापित कर क्षेत्र की बैरिकेडिंग करने का निर्णय लिया गया है.

साथ ही उपायुक्त ने पीएचईडी 1 एवं 2 के कार्यपालक अभियंताओं को ग्रीष्म काल को देखते हुए पेयजल समस्या के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने तथा प्रखंड स्तर पर नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. धनबाद में दो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज पाए गए हैं जिसके बाद जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है.

Last Updated : Apr 21, 2020, 9:59 AM IST
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