धनबाद: स्वास्थ्य विभाग की ओर से आउटसोर्स कर्मियों की छंटनी के जारी आदेश के बाद एसएनएमएमसीएच के संविदा कर्मियों में आक्रोश है. सरकार के इस आदेश का आउटसोर्स कर्मी विरोध जता रहे हैं. इसके तहत पहले दिन शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों ने मंगलवार को अस्पताल अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी बातों को रखा. उन्होंने कहा कि वर्षों से अस्पताल में अपनी सेवा दे रहे हैं. अचानक स्वास्थ्य विभाग का यह फरमान समझ से परे है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी चिट्ठी के आलोक में अगर उनकी छंटनी होती है, तो वह आंदोलन करेंगे.
संविदा कर्मियों की छंटनी का निर्णय स्वास्थ्य विभाग काः वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ अरुण कुमार बरनवाल ने बताया कि संविदा कर्मियों की छंटनी का निर्णय एसएनएमएमसीएच प्रबंधन का नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने कई पदों को विलोपित कर दिया है. जिसके आलोक में कर्मचारियों की संख्या में कमी लाने का निर्देश जारी किया गया है. उसी पत्र के आलोक में एसएनएमएमसीएच में कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर बहाल किए गए कर्मियों की छंटनी के संबंध में आउटसोर्सिंग कंपनी को निर्णय लेना है. वह अस्पताल की ओर से कर्मियों की कमी से उत्पन्न होने वाले व्यवधान को सरकार के समक्ष रखेंगे, ताकि मरीजों के इलाज में कोई दिक्कत नहीं हो.
एसएनएमएमसीएच में 120 आउटसोर्स कर्मी हटाए जाएंगेः बता दें कि शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में आउटसोर्स पर बहाल 120 कर्मियों को हटाने का निर्देश जारी हुआ है. स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने अस्पताल में आउटसोर्स पर बहाल कर्मियों की संख्या निर्धारित करते हुए अतिरिक्त कर्मियों को काम से हटाने का निर्देश जारी किया है. इस संबंध में स्वास्थ्य मुख्यालय की ओर से अधीक्षक डॉ अरुण कुमार बरनवाल के नाम पत्र निर्गत किया गया है.
वर्तमान में अस्पताल में सेवा दे रहे हैं 423 संविदा कर्मीः इसमें काम से हटाये जाने वाले 120 कर्मियों के नाम का उल्लेख है. विभाग द्वारा निर्गत पत्र के अनुसार एसएनएमएमसीएच में आउटसोर्स कर्मियों के पदों को निर्धारित कर 303 किया गया है. वर्तमान में अस्पताल में 423 आउटसोर्स कर्मी कार्यरत हैं, जो विभिन्न विभागों में सेवा दे रहे हैं. इनमें से 120 कर्मियों को हटाने को कहा गया है.