धनबाद: खाद कारखाना में पूर्व कार्यरत सप्लाई मजदूरों ने हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के मुख्य गेट को जाम कर प्रदर्शन किया. इस मजदूरों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. मांग पूरी नहीं होने पर पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी.
सिंदरी हर्ल कंपनी में नौकरी न देने की मांग को लेकर, ठेका मजदूरों ने किया गेट जाम कर किया प्रदर्शन
शुक्रवार को एफसीआई के सैकड़ों ठेका मजदूरों ने रोजगार की मांग को लेकर सिंदरी हर्ल कंपनी के मुख्य गेट पर जमकर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन करते मजदूर
धनबाद: खाद कारखाना में पूर्व कार्यरत सप्लाई मजदूरों ने हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के मुख्य गेट को जाम कर प्रदर्शन किया. इस मजदूरों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. मांग पूरी नहीं होने पर पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी.
Intro:धनबाद।सिंदरी एफसीआई के सैकड़ों ठेका मजदूरों ने शुक्रवार को रोजगार की मांग को लेकर सिंदरी हर्ल कंपनी के मुख्य गेट के जाम कर जमकर प्रदर्शन किया।रोजगार नही देने पर बृहद आंदोलन की चेतावनी मजदूरों ने दी है।
Body:पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सिंदरी खाद कारखाना में पूर्व में कार्यरत सप्लाई मजदूरों ने मजदूर श्रमिक संघ के बैनर तले हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के मुख्य गेट को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया।मजदूरों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की।मांगे नही माने जाने पर बृहद आंदोलन की चेतावनी मजदूरों ने दी है।
दअरसल साल 2002 में सिंदरी खाद कारखाना को अचानक बंद कर दिया गया।मजदूरों ने बताया कि बिना किसी मुआवजा और सूचना के ही प्रबंधन ने मजदूरों को कार्य से हटा दिया।पिछले कई सालों से मजदूर समक्ष रोजी रोटी की समस्या झेल रहे है।दिन प्रतिदिन मजदूरों की आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है।पिछले साल 25 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड की आधारशिला सिंदरी में रखी गई थी।ऐसे में एफसीआई के पूर्व ठेका मजदूरों को एक उम्मीद जगी थी कि उन्हें जल्द ही नई कंपनी में रोजगार मिलेगा।नई कंपनी से मजदूरों की कई बार वार्ता हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा।जिसके बाद आक्रोशित मजदूरों ने आज कंपनी के मुख्य गेट को जाम कर दिया।
Conclusion:हर्ल कंपनी में एफसीआई के ठेका मजदूर रोजगार को लेकर बेहद आशान्वित थे।लेकिन प्रबंधन के टालमटोल के रवैये से अब ये आंदोलित हो उठे हैं।इनमे ज्यादातर मजदूर स्थानीय हैं।इन्हें यदि कम्पनी में रोजगार नही दिया गया तो प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
Body:पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सिंदरी खाद कारखाना में पूर्व में कार्यरत सप्लाई मजदूरों ने मजदूर श्रमिक संघ के बैनर तले हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के मुख्य गेट को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया।मजदूरों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की।मांगे नही माने जाने पर बृहद आंदोलन की चेतावनी मजदूरों ने दी है।
दअरसल साल 2002 में सिंदरी खाद कारखाना को अचानक बंद कर दिया गया।मजदूरों ने बताया कि बिना किसी मुआवजा और सूचना के ही प्रबंधन ने मजदूरों को कार्य से हटा दिया।पिछले कई सालों से मजदूर समक्ष रोजी रोटी की समस्या झेल रहे है।दिन प्रतिदिन मजदूरों की आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है।पिछले साल 25 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड की आधारशिला सिंदरी में रखी गई थी।ऐसे में एफसीआई के पूर्व ठेका मजदूरों को एक उम्मीद जगी थी कि उन्हें जल्द ही नई कंपनी में रोजगार मिलेगा।नई कंपनी से मजदूरों की कई बार वार्ता हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा।जिसके बाद आक्रोशित मजदूरों ने आज कंपनी के मुख्य गेट को जाम कर दिया।
Conclusion:हर्ल कंपनी में एफसीआई के ठेका मजदूर रोजगार को लेकर बेहद आशान्वित थे।लेकिन प्रबंधन के टालमटोल के रवैये से अब ये आंदोलित हो उठे हैं।इनमे ज्यादातर मजदूर स्थानीय हैं।इन्हें यदि कम्पनी में रोजगार नही दिया गया तो प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।