धनबादः स्थानीय लोगों की नियोजन की मांग को लेकर बाघमारा के बीसीसीएल ब्लॉक-02 अंतर्गत संचालित खेमका कैरियर्स आउटसोर्सिंग माइंस में धरना दिया गया. इलाके के लोग एकता मंच के बैनर तले चक्का जाम आंदोलन के दौरान धरने पर बैठे थे. इसी दौरान आंदोलनकारियों और कंपनी कर्मियों के बीच मारपीट हुई. ये घटना बाघमारा थाना क्षेत्र की है.
इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर का जिला पुलिस मुख्यालय बना रणक्षेत्र, दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट
धनबाद में मारपीट की इस घटना में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए. घटना की सूचना मिलने के बाद बाघमारा थाना की पुलिस और सीआईएसएफ बल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया. फिलहाल मौके पर पर्याप्त मात्रा में बल की तैनाती की गई है. वहीं घायलों का इलाज स्थानीय निजी अस्पताल में चल रहा है. सभी जख्मी लोग कंपनी के ही बताए जा रहे हैं.
इस घटना को लेकर कंपनी प्रबंधक का कहना है कि धरना दे रहे लोगों ने कंपनी कैंपस में घुसकर मारपीट की. जिसमें यहां कार्यरत कई कर्मी घायल हो गए. घटना की लिखित शिकायत करने की बात प्रबंधन ने कही है. वहीं धरना का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी सह आंदोलनकारी कन्हाई चौहान ने प्रबंधन के आरोपों को झूठा और निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कंपनी के गुंडों द्वारा पत्थरबाजी की गई है, सभी लोग शांतिपूर्वक धरने पर बैठे थे. इस आंदोलन को कुचलने की कोशिश प्रबंधन के द्वारा की जा रही है. पूरे मामले की जांच बाघमारा पुलिस द्वारा की जा रही है.
बता दें कि बाघमारा के बीसीसीएल ब्लॉक-02 अंतर्गत संचालित खेमका आउटसोर्सिंग कंपनी का अनिश्चितकालीन के लिए चक्का जाम ग्रामीण एकता मंच के बैनर तले मंदरा, माथाबांध, केशरगढ़ सहित कई गांव के लोगों द्वारा किया जा रहा है. इस आंदोलन को जनता मजदूर संघ का भी समर्थन मिला है. स्थानीयता के आधार पर नियोजन की मांग पर पूर्व में भी वार्ता हुई थी, जो विफल हो गया था.