धनबाद/रांचीः कोयलांचल धनबाद में शनिवार को हड्डी रोग विशेषज्ञों के दो दिवसीय क्षेत्रीय वार्षिक सम्मेलन CEZCON 2021 की शुरुआत हुई. इसका राज्यपाल रमेश बैस ने ऑनलाइन उद्घाटन किया. इसमें पद्मश्री डॉ. बीकेएस संजय समेत देश विदेश से 250 से अधिक डॉक्टर शामिल हो रहे हैं.
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सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान राज्यपाल ने कहा कि डॉक्टर को भगवान का दर्जा यूं ही नहीं दिया गया है. कहीं न कहीं उनसे जो इलाज कराने वाले मरीज होते हैं उनका अटैचमेंट चिकित्सक के साथ हो जाता है. ऐसे में चिकित्सकों की जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है. राज्यपाल ने बढ़ते हुए रोड एक्सीडेंट पर भी चिंता जताई और ऑर्थोपेडिक सर्जन की संख्या और बढ़े इसको लेकर मनन करने का आग्रह किया. सेंट्रल जोन ऑफ इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन की ओर से आयोजित एनुअल हाइब्रिड (फिजिकल एवं वर्चुअल) कॉन्फ्रेंस में राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि मरीजों एवं पूरे समाज के हित में आप लोगों की ओर से आपसी ज्ञान, विचारों और अनुभवों को साझा करने से यह सम्मेलन अत्यन्त महत्वपूर्ण हो जाता है. यह पहल सराहनीय है.
निरंतर अपडेट रखें चिकित्सक
राज्यपाल ने कहा कि एक डॉक्टर की प्रतिष्ठा रोगी के प्रति उसके दृष्टिकोण, प्रतिबद्धता, ज्ञान, व्यावहारिक कौशल और योग्यता से निर्धारित होती है. ऐसे में हमारे चिकित्सकों की जिम्मेदारी मरीजों के प्रति और भी बढ़ जाती है. राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि मेडिकल साइंस काफी एडवांस हो चुकी है. इसमें नये-नए रिसर्च हो रहे हैं,इस पेशे में डॉक्टरों को अपने-आपको अपडेट रखने में निरंतर प्रशिक्षण और शोध की आवश्यकता है ताकि वे मरीजों और पीड़ितों की बेहतर सेवा कर सकें.
चिकित्सा शुल्क में आएगी कमी
मीडिया से बात करते हुए पद्मश्री डॉक्टर बीकेएस संजय ने कहा कि चिकित्सा उपकरणों के मूल्यों में वृद्धि के कारण आज इलाज महंगा हो गई है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का असर धीरे-धीरे होने लगा है और तमाम मेडिकल इक्विपमेंट भारत में बनना शुरू हो रहा है. इससे चिकित्सा शुल्क में भी कमी आएगी. उन्होंने कहा कि चिकित्सक और मेडिकल इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियां सिर्फ इसे बाजार के रूप में न देखें तो बहुत कुछ सुधार हो सकता है.