धनबादः सीबीआई की टीम ने बीसीसीएल के एक कर्मी की शिकायत पर रिश्वत की रकम के साथ कार्मिक प्रबंधक को धर दबोचा है. कार्मिक प्रबंधक कार्यालय में साढ़े 9 घंटे तक कागजातों को सीबीआई ने खंगाला. बीसीसीएल अधिकारी के आवास, पैतृक आवास ओड़िशा में भी सीबीआई ने छापेमारी की. बुधवार देर रात तक हुई पूरी कार्रवाई के बाद सीबीआई आरोपी कार्मिक प्रबंधक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है.
सीबीआई की दस सदस्यीय टीम ने बीसीसीएल कर्मचारी सतेंद्र सिन्हा की शिकायत पर बीसीसीएल ब्लॉक दो एरिया कार्मिक प्रबंधक रत्नाकर मल्लिक के कार्यालय में बुधवार दोपहर को दबिश दी. कार्मिक प्रबंधक को रिश्वत की रकम के साथ रंगेहाथ दबोचे गए. बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे पहुची सीबीआई की टीम साढ़े 9 घंटे तक कार्मिक प्रबंधक के कार्यालय में जांच की और कागजातों को खंगाला. इसके बाद कई महत्वपूर्ण कागजात को सीबीआई की टीम ने जब्त किया. इसके बाद रात करीब 11:30 बजे सीबीआई की टीम कार्मिक प्रबंधक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई.
वहीं इस कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात को भी अपनी साथ सीबीआई की टीम अपने साथ ले गई है. केंद्रीय जांच एजेंसी की इस दबिश से बीसीसीएल बलॉक दो और बरोरा एरिया वन क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों में हड़कंप मच गई है. वहीं मामले को लेकर पत्रकारों के पूछे जाने पर सीबीआई की टीम अब तक किसी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की है. कार्मिक प्रबंधक के छाताबाद और पैतृक आवास ओड़िशा राज्य के पारादीप में भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की.
क्या है शिकायतः कार्मिक प्रबंधक रत्नाकर के खिलाफ ब्लॉक दो ऑफिस के फाइनेंस डिपार्टमेंट में कार्यरत कोल कर्मी सत्येंद्र कुमार ने धनबाद के सीबीआई कार्यालय में शिकायत की थी. अपनी शिकायत में कर्मी सत्येंद्र कुमार ने कहा है कि उसके प्रमोशन के लिए कार्मिक प्रबंधक रिश्वत की मांग कर रहे थे, प्रमोशन की पहली और दूसरी सूची में सत्येंद्र का नाम शामिल था लेकिन यहां रिश्वत के बिना प्रमोशन नहीं करने की बात अधिकारी ने बताई. जिसके बाद परेशान होकर सत्येंद्र ने सीबीआई से इसकी शिकायत की. शिकायत मिलने के बाद की गई जांच पड़ताल में सीबीआई ने मामले को सही पाया. जिसके बाद सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए कार्मिक प्रबंधक रत्नाकर मल्लिक को रिश्वत की राशि के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया.