धनबादः महुदा के भाटडीह क्षेत्र के पालजोरिया में बीती रात करीब 2 से 3 बजे के बीच बमबाजी और फायरिंग की घटना घटी है. स्थानीय ग्रामीण पिछले दो दिनों से पालजोरिया में सड़क के किनारे धरना दे रहे हैं. धरना स्थल से कुछ दूरी पर ही बमबाजी और फायरिंग की घटना सड़क पर की गई है. धरना के माध्यम से क्षेत्र में चल रहे कोयले के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. अवैध उत्खनन के खिलाफ ग्रामीण धरना पर बैठे हैं. पुलिस ने मौके से तीन जिंदा बम और सात खोखा बरामद किया है. घटना के बाद आंदोलनकारियों में पुलिस और कोयला तस्करों के खिलाफ आक्रोश है.
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आंदोलन कर रहे स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हम इस इलाके के रैयत हैं. हमारी अपनी जमीन यहां पर है. उस जमीन पर तस्करों के द्वारा धड़ल्ले से अवैध उत्खनन खनन किया जा रहा है. पुलिस में शिकायत करने के बावजूद यह धंधा रुक नहीं रहा है. सरकार के द्वारा हमारी जमीन अधिग्रहण कर सड़क बनाई गई थी. लेकिन उस सड़क का इस्तेमाल अवैध कोयले की ढुलाई के लिए किया जा रहा है. अवैध कोयला लदे बड़े वाहन सड़क से गुजरते हैं. सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है.
अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए पुलिस से कई बार मांग की गई है, लेकिन पुलिस कोई भी बात नहीं सुनती है. परेशान होकर ग्रामीणों के द्वारा पिछले दो दिनों से धरना देकर आंदोलन किया जा रहा है. लेकिन इस आंदोलन को कोयला तस्करों के द्वारा बमबाजी और गोलीबारी कर दबाने करने की कोशिश की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि कोयला तस्करों की हिम्मत सातवें आसमान पर है. ग्रामीणों के आंदोलन को कोयला तस्कर गोली और बम के माध्यम से कुचलने का काम कर रहे हैं.
वहीं भाटडीह ओपी प्रभारी सौरभ चौबे ने ग्रामीणों के द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि रात में बमबाजी और फायरिंग की घटना घटी है. जिसमें तीन जिंदा बम और सात खोखा बरामद किया गया है. बमबाजी और गोलीबारी किस लिए की गई. इसकी जांच पड़ताल चल रही है.