धनबादः जिले के उपायुक्त उमाशंकर सिंह को बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने अपना जवाब सौंप दिया है. उपायुक्त के पत्र के जवाब में सीएमडी ने कहा है कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कंपनी ने डेडिकेटेड अस्पताल और हेल्थ केयर सेंटर जैसी सुविधाएं दी हैं. अब प्रशासन की जिम्मेदारी है कि डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी दूर करें.
50 बेड का डेडिकेटेड हेल्थ केयर सेंटर
उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने बुधवार को सेंट्रल अस्पताल के सीएमएस समेत कुछ अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ शोकॉज के लिए बीसीसीएल के सीएमडी को एक पत्र लिखा था. सीएमडी ने पत्र के जवाब में लिखा है कि पूर्व में लिए गए निर्णय के अनुसार सिर्फ गंभीर संक्रमितों को ही सेंट्रल अस्पताल स्थित कोविड-19 अस्पताल भेजा जाए. बीसीसीएल ने भूली अस्पताल को 50 बेड का डेडFकेटेड हेल्थ केयर सेंटर बनाया है. यहां पारा मेडिकल स्टाफ और तैनात चिकित्सकों के रहने और खाने की व्यवस्था जिला प्रशासन के द्वारा सुनिश्चित की जानी है. इस कार्य के लिए बीसीसीएल द्वारा सीएसआर फंड से सहायता राशि दी जा चुकी है.
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कंपनी पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ
सीएमडी ने पत्र में लिखा है कि उपरोक्त तथ्यों के आलोक में बीसीसीएल प्रबंधन यह सुनिश्चित करता है कि कोरोना महामारी से लड़ने में बीसीसीएल जिला प्रशासन को हर संभव मदद करेगी. 10 अप्रैल 2020 को सेंट्रल अस्पताल को बीसीसीएल ने प्रशासन को सौंपा है. 44 हजार कोलकर्मी समेत उनके 2 लाख परिजनों के इलाज की परेशानी उठानी पड़ रही है. बावजूद इसके बीसीसीएल सहयोग कर रही है. कंपनी कर्मियों के इलाज के लिए अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठा रही है. सेंट्रल अस्पताल के अलावा बीसीसीएल कई डिस्पेंसरी का भी संचालन करती है. इसके बाद भी उन्हीं में से काफी डॉक्टर और पैरा मेडिकलकर्मियों को कोविड-19 सेंटर में लगाया गया है.