रांची: धनबाद के एसएनएमएमसीएच (SNMMCH) में इलाजरत विक्षिप्त युवती के साथ निजी एंबुलेंस चालक संजय दास और उसके एक सहयोगी चाय दुकानदार ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. एंबुलेंस चालक (Ambulance Driver) ने रात में युवती को वार्ड से बहला-फुसलाकर बाहर बुलाया और सहयोगी के साथ मिलकर दुष्कर्म किया. घटना के बाद भी पुलिस ने चाय दुकानदार को हिरासत में ले लिया. वहीं मंगलवार को पुलिस ने एंबुलेंस चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना को लेकर बीजेपी विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है.
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बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर लिखा है कि 'झारखंड में एक बार मानवता फिर शर्मसार हुई है. धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल SNMMCH में इलाजरत एक विक्षिप्त युवती के साथ हुई दरिंदगी की घटना, अस्पताल प्रबंधन की विफलता और लचर प्रशासनिक व्यवस्था से घटी है. ऐसे दरिंदों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए'.
पुलिस हिरासत में चाय दुकानदार
जानकारी के अनुसार घटना के बाद वार्ड में काफी हो-हल्ला हुआ. मामले की सूचना पाकर सरायढेला पुलिस अस्पताल पहुंची और घटना के बारे में जांच शुरू की, लेकिन तब तक आरोपी एंबुलेंस चालक फरार हो गया था. पुलिस ने अस्पताल परिसर में चाय बेचने वाले एक दुकानदार को हिरासत में लिया. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ. अरुण चौधरी ने बताया कि रविवार रात दो युवक पहुंचा और विक्षिप्त युवती को फुसलाकर कहीं ले गया, युवती को अस्पताल में नहीं दिखने के बाद वार्ड में नियुक्त कर्मचारियों ने खोजबीन शुरू की, तो वो वार्ड की तरफ आते दिखी.
जिला प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत
वहीं इस घटना को लेकर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है, महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है. उन्होंने कहा कि एसएनएमएमसीएच परिसर में अराजक तत्वों का जमावड़ा हमेशा लगा रहता है, स्थानीय प्रबंधन और थाना इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं, जिसके कारण अस्पताल में आए दिन घटनाएं हो रही है. उन्होंने कहा कि कई असामाजिक तत्व एंबुलेंस चालक के रूप में अस्पताल परिसर में घूमते हैं, जिनका ना तो ड्राइविंग लाइसेंस है और ना ही उनकी पहचान, ऐसे में प्रबंधन और जिला प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है.