धनबादः झरिया की रहने वाली अंकिता केसी गर्ल्स स्कूल में नौंवी कक्षा की छात्रा थी. साल 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इंस्पायर अवार्ड में अंकिता ने पूरे देश में अव्वल स्थान प्राप्त की. इसके बाद फरवरी 2019 में दिल्ली में आयोजित आईआईटी इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम प्रोजेक्ट प्रदर्शनी मे अंकिता ने मल्टी पर्पस चुल्हा का मॉडल प्रस्तुत किया था, जिसे भारत सरकार ने भी सराहा. इसी दौरान अंकिता की असमय मृत्यु हो गई और अब इस दुनिया में अंकिता नहीं है. लेकिन अंकिता की मौत की जानकारी भारत सरकार को मिली तो अब उसके मल्टीपर्पस चुल्हा के मॉडल को पिता आमोद कुमार सिंह से पेटेंट कराने का निर्णय लिया है.
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अंकिता की असमय मौत साल 2019 में हो गई. उसकी मौत की से माता पिता के ऊपर दुख का पहाड़ टूट पड़ा था. पढ़ने में काफी होनहार अंकिता के मल्टीपर्पस चुल्हा के मॉडल को सरकार की ओर से भी पुरुस्कृत किया गया था. साल 2019 के मार्च महीने में अहमदाबाद में आयोजित बाल वैज्ञानिकों के कार्यक्रम में अंकिता की मुलाकात राष्ट्रपति से भी हुई थी. लेकिन मई 2019 में अंकिता इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कर दी. अंकिता के मल्टीपर्पस चुल्हा मॉडल को पिता आमोद कुमार सिंह के नाम से पेटेंट किया जा रहा है.
नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों की ओर से कागजी प्रकिया पूरी कर ली गई. आमोद सिंह ने बताया कि बेटी काफी होनहार थी और बहुत आगे जा रही थी. लेकिन ऊपर वाले का कुछ और ही मंजूर था. अंकिता की मां आरती देवी कहती हैं कि अंकिता इस दुनिया में नहीं है. लेकिन अपनी एक पहचान छोड़ कर गई है. उन्होंने कहा कि अंकिता मरने के बाद भी अपना और परिवार का नाम रौशन कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले हम अपने नाम से जाने जाते थे. लेकिन अब अंकिता के माता पिता के नाम से जाने जाएंगे. यह गर्व की बात है.