धनबादः शुक्रवार सुबह जिला के निजी अस्पताल में परिजनों का हंगामा हुआ है. जिला में बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के बाईपास रोड स्थित निजी अस्पताल में मरीज की मौत हो गयी, इसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खूब बवाल किया. इसकी सूचना मिलने के बाद बरवाअड्डा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया. बताया जा रहा कि बरवाअड्डा थाना के दामकाड़ा बरवा की रहने वाली मुसनी देवी थाइराइड की बीमारी से ग्रस्त थी.
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धनबाद में अस्पताल में हंगामा की घटना को लेकर बताया जा रहा है कि बरवाअड्डा थाना के गोरगा निवासी संदीप कुमार महतो के कहने पर 29 मार्च को मुसनी देवी को बरवाअड्डा के हीरक रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों के अनुसार डॉक्टर्स ने मरीज को ठीक करने का बात कहकर भर्ती कराया था. लेकिन 30 मार्च को दोपहर 3 बजे मरीज को आपरेशन के लिए ले जाया गया. फिर कुछ घंटे बाद मरीज की स्थिति खराब होने के कारण डाक्टरों ने परिजनों से मरीज को एसएनएमएमसीएच धनबाद ले जाने को कहा.
इसके बाद आननफानन में मरीज को निजी अस्पताल के कर्मियों द्वारा ही एसएनएमएमसीएच भर्ती कराया गया. जहां डाक्टरों ने गुरुवार देर रात उसे मृत घोषित कर दिया. इससे परिजन आक्रोशित हो गए और शव लेकर निजी अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे. परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं होने के बावजूद गला में थाइराइड का आपरेशन कर दिया. अस्पताल खुद को बचाने को लेकर महिला की मौत के बाद एसएनएमएमसीएच में भर्ती करवाकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
अस्पताल प्रबंधन ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि गुरुवार की रात करीब 9 बजे मरीज की स्थिति ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उसे एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया, भर्ती के समय मरीज जीवित था, अस्पताल में इलाज भी शुरू हुआ. लेकिन देर रात करीब एक बजे डॉक्टर के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद शुक्रवार सुबह मरीज के परिजन शव लेकर हमारे अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करने लगे. हालांकि पुलिस के द्वारा हंगामे को शांत करा दिया गया है. अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में परिजनों के साथ वार्ता हुई है, वार्ता में मृतक के आश्रित को मुआवजा देने के लिए सहमति बनी है.