ETV Bharat / state

धनबाद: कोरोना वायरस को लेकर 6 माह के लिए प्रशासन ने बनाई रणनीति, कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए बढ़ाए सदस्य - धनबाद में कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए सदस्य बढ़ाए

झारखंड में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. धनबाद में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. इसी क्रम में जिले में कोरोना वायरस को लेकर 6 महीने तक के लिए प्रशासन ने रणनीति बनाई है.

Administration made strategy for 6 months for corona virus in Dhanbad
धनबाद में कोरोना वायरस को लेकर 6 माह के लिए प्रशासन ने बनाई रणनीति
author img

By

Published : Jul 19, 2020, 10:38 PM IST

धनबाद: वैश्विक महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए और चुनौती का सामना करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए टीम में सदस्यों की बढ़ोतरी की है. पीएमसीएच कैथ लैब को कोविड-19 अस्पताल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है. साथ ही गंभीर स्थिति उत्पन्न होने पर निजी संस्थानों को भी टेकओवर किया जा सकता है. इन बातों की जानकारी उपायुक्त उमा शंकर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर ने सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को दी.

उपायुक्त ने बताया कि कोविड-19 से लोगों को घबराना नहीं है. जिला प्रशासन सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए हर स्तर पर तैयार हैं और पीड़ित के साथ हैं. उन्होंने कहा जिला प्रशासन को ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि कंटेनमेंट जोन में लोग कोरोना संक्रमित से दूरी बनाते हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना से दूरी बनाएं, मरीज से नहीं.
उपायुक्त ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग करने के लिए टीम में सदस्यों की संख्या बढ़ा दी गई है. पहले इंसिडेंट कमांडर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी की टीम कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग करती थी. अब इस टीम में प्रखंड और पंचायत स्तर के पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है. इससे कम समय में अधिक से अधिक लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा सकेगी.

ये भी पढ़ें: झारखंड में अब तक 5,399 लोग हुए कोरोना संक्रमित, 48 लोगों की हुई मौत

पीएमसीएच कैथ लैब बुधवार तक होगी तैयार

कोविड-19 संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए पीएमसीएच के कैथ लैब को युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है. बुधवार तक यह तैयार हो जाएगी. यहां डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, पारा मेडिकल स्टाफ के साथ 100 बेड का अस्पताल तैयार हो जाएगा. यहां पर कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को दाखिल किया जाएगा. गंभीर लक्षण वाले मरीजों को कोविड-19 (सेंट्रल अस्पताल) में भर्ती किया जाएगा. उपायुक्त ने कहा कि आने वाले समय में यदि स्थिति गंभीर रहेगी तो आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत निजी अस्पताल या संस्थान को टेकओवर कर मरीजों का उपचार किया जाएगा.

कोविड-19 टेस्ट की संख्या 2500 करने का है लक्ष्य
उपायुक्त ने कहा कि जिले में कोविड-19 टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रशासन गंभीर है. पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी यूनिट में सभी 7 माइक्रोबायोलॉजिस्ट को समान काम दिया जाएगा. इससे प्रतिदिन अधिक से अधिक सैंपल का परीक्षण किया जाएगा, यहां प्रतिदिन 1000 टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित है. एक अतिरिक्त ट्रू नेट मशीन भी उपलब्ध कराई गई है. अब 5 ट्रू नेट मशीन से लगभग 800 टेस्ट कराना संभव होगा. 4-5 और मशीन की मांग की गई है. 15 दिनों में 2 से ढाई हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

कोविड-19 अस्पताल में लग रहा है सीसीटीवी
उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 अस्पताल की सभी व्यवस्था को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सीसीटीवी स्थापित किए जा रहे हैं. सीसीटीवी की लिंक उनके, वरीय पुलिस अधीक्षक और आईडीएसपी के मोबाइल पर उपलब्ध रहेगी. इससे 24 घंटे कोविड-19 अस्पताल की विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी और लोगों की शिकायतों को दूर किया जा सकेगा. डॉक्टर, पारा मेडिकल्स, सेना, सेंट्रल आर्म्ड फोर्स, पुलिस पदाधिकारी जैसे फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को होम कॉरेंटाइन में रहने की अनुमति प्रदान की गई है. इसके लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा.

जनता से सहयोग की अपील- एसएसपी
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल वरीय पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर ने बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनता से सहयोग करने की अपील की है. एसएसपी अखिलेश बी वारियर ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मास्क का प्रयोग करना और बाहर निकलते समय शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा. सामूहिक रूप से एक स्थल पर दिशा निर्देश के विपरीत जमा होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थिति के बाद भी पुलिस विभाग ने कई महत्वपूर्ण कांड का उद्भेदन किया है. साइबर सेल ने भी कई साइबर क्राइम का उद्भेदन किया है. अपराधियों पर नकेल कसने के लिए 2200 से अधिक अपराधियों की कुंडली खंगाली गई है. कई के विरुद्ध कार्रवाई भी आरंभ कर दी गई है.

उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारियों को निर्धारित एसओपी पर काम करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने अपील की कि वर्तमान समय में कोरोना मुख्य चुनौती है, जनता के सहयोग से इसके बढ़ते संक्रमण को रोकना है. कोविड-19 के दिशा निर्देश के अनुसार शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस बार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त ने कई पत्रकारों के साथ जूम एप के माध्यम से की.

धनबाद: वैश्विक महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए और चुनौती का सामना करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए टीम में सदस्यों की बढ़ोतरी की है. पीएमसीएच कैथ लैब को कोविड-19 अस्पताल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है. साथ ही गंभीर स्थिति उत्पन्न होने पर निजी संस्थानों को भी टेकओवर किया जा सकता है. इन बातों की जानकारी उपायुक्त उमा शंकर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर ने सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को दी.

उपायुक्त ने बताया कि कोविड-19 से लोगों को घबराना नहीं है. जिला प्रशासन सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए हर स्तर पर तैयार हैं और पीड़ित के साथ हैं. उन्होंने कहा जिला प्रशासन को ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि कंटेनमेंट जोन में लोग कोरोना संक्रमित से दूरी बनाते हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना से दूरी बनाएं, मरीज से नहीं.
उपायुक्त ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग करने के लिए टीम में सदस्यों की संख्या बढ़ा दी गई है. पहले इंसिडेंट कमांडर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी की टीम कंटेनमेंट जोन में कांटेक्ट ट्रेसिंग करती थी. अब इस टीम में प्रखंड और पंचायत स्तर के पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है. इससे कम समय में अधिक से अधिक लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा सकेगी.

ये भी पढ़ें: झारखंड में अब तक 5,399 लोग हुए कोरोना संक्रमित, 48 लोगों की हुई मौत

पीएमसीएच कैथ लैब बुधवार तक होगी तैयार

कोविड-19 संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए पीएमसीएच के कैथ लैब को युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है. बुधवार तक यह तैयार हो जाएगी. यहां डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, पारा मेडिकल स्टाफ के साथ 100 बेड का अस्पताल तैयार हो जाएगा. यहां पर कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को दाखिल किया जाएगा. गंभीर लक्षण वाले मरीजों को कोविड-19 (सेंट्रल अस्पताल) में भर्ती किया जाएगा. उपायुक्त ने कहा कि आने वाले समय में यदि स्थिति गंभीर रहेगी तो आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत निजी अस्पताल या संस्थान को टेकओवर कर मरीजों का उपचार किया जाएगा.

कोविड-19 टेस्ट की संख्या 2500 करने का है लक्ष्य
उपायुक्त ने कहा कि जिले में कोविड-19 टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रशासन गंभीर है. पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी यूनिट में सभी 7 माइक्रोबायोलॉजिस्ट को समान काम दिया जाएगा. इससे प्रतिदिन अधिक से अधिक सैंपल का परीक्षण किया जाएगा, यहां प्रतिदिन 1000 टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित है. एक अतिरिक्त ट्रू नेट मशीन भी उपलब्ध कराई गई है. अब 5 ट्रू नेट मशीन से लगभग 800 टेस्ट कराना संभव होगा. 4-5 और मशीन की मांग की गई है. 15 दिनों में 2 से ढाई हजार टेस्ट प्रतिदिन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

कोविड-19 अस्पताल में लग रहा है सीसीटीवी
उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 अस्पताल की सभी व्यवस्था को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सीसीटीवी स्थापित किए जा रहे हैं. सीसीटीवी की लिंक उनके, वरीय पुलिस अधीक्षक और आईडीएसपी के मोबाइल पर उपलब्ध रहेगी. इससे 24 घंटे कोविड-19 अस्पताल की विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी और लोगों की शिकायतों को दूर किया जा सकेगा. डॉक्टर, पारा मेडिकल्स, सेना, सेंट्रल आर्म्ड फोर्स, पुलिस पदाधिकारी जैसे फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को होम कॉरेंटाइन में रहने की अनुमति प्रदान की गई है. इसके लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा.

जनता से सहयोग की अपील- एसएसपी
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल वरीय पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर ने बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनता से सहयोग करने की अपील की है. एसएसपी अखिलेश बी वारियर ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मास्क का प्रयोग करना और बाहर निकलते समय शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा. सामूहिक रूप से एक स्थल पर दिशा निर्देश के विपरीत जमा होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थिति के बाद भी पुलिस विभाग ने कई महत्वपूर्ण कांड का उद्भेदन किया है. साइबर सेल ने भी कई साइबर क्राइम का उद्भेदन किया है. अपराधियों पर नकेल कसने के लिए 2200 से अधिक अपराधियों की कुंडली खंगाली गई है. कई के विरुद्ध कार्रवाई भी आरंभ कर दी गई है.

उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारियों को निर्धारित एसओपी पर काम करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने अपील की कि वर्तमान समय में कोरोना मुख्य चुनौती है, जनता के सहयोग से इसके बढ़ते संक्रमण को रोकना है. कोविड-19 के दिशा निर्देश के अनुसार शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस बार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त ने कई पत्रकारों के साथ जूम एप के माध्यम से की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.