देवघर: जिले के मोहनपुर प्रखंड में एक शिक्षक पर पढ़ाई के समय में मोबाइल इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. इस मामले में शिक्षक का एक वीडियो भी वायरल हुआ है. वीडियो वायरल होने के बाद मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं आरोपी शिक्षक ने भी इस मामले को लेकर सफाई दी है. वायरल वीडियो 29 अगस्त का बताया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: शिक्षक का छात्रा के साथ अश्लील चैट, अभिभावकों ने स्कूल में किया जमकर हंगामा
कहते हैं विद्या के मंदिर में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शिष्टाचार भी सिखाया जाता है. पर जो तस्वीर उभर कर सामने आ रही है, वह तो यही कहती है कि शिक्षा का स्तर दिनों दिन गिरता जा रहा है. मोहनपुर प्लस टू हाई स्कूल से एक वीडियो खुब वायरल हो रहा है और वीडियो वायरल होने के बाद मामले में तूल पकड़ लिया है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि प्लस टू हाई स्कूल मोहनपुर में कक्षाएं चल रही हैं, इस दौरान एक शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाए खुद मोबाइल फोन हाथ में लिए देखने में लगे हैं. उसी दौरान कक्षा का समय बर्बाद देख किसी ने कक्षा में शिक्षक के मोबाइल फोन इस्तेमाल को लेकर सवाल पूछ लिया. जिसके बाद कक्षा में मौजूद शिक्षक आग बबूला हो गए. शायद शिक्षक इस बात को भूल गए हैं कि झारखंड के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को क्लासरूम में मोबाइल ले जाने पर पाबंदी लगा दी गयी है. ऐसे में शिक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में एक बार फिर आ गया है.
इस संबंध में जब शिक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा से फोन पर बात की गई. तो उन्होंने कहा कि फोन में आए मैसेज को देख रहे थे, तभी एक युवक फोन लेकर स्कूल में प्रवेश कर गया और बदतमीजी करने लगा. मुझे नहीं पता उसने क्या वीडियो बनाया है और किस विषय में बात कर रहा है.
जांच के दिए गए आदेश: इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरुण कुमार कहते हैं कि मामला संज्ञान में आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि शिक्षक क्लास रूम में मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं. जबकि क्लास रूम में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी है. इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. बीपीओ से वीडियो की जांच कराई जा रही है, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस मामले में देवघर डईओ टोनी परमराज टेंपो ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. आज स्कूल बंद होने के कारण जांच पूरी नहीं हो पाई है. लेकिन संबंधित अधिकारियों को दो दिनों में जांच कर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है.