देवघर: जिले के मोहनपुर प्रखंड स्थित त्रिकुट पर्वत पर पर्यटकों के लिए लगाए गए रोपवे अब तक कोरोना के कारण बंद है. इस वजह से त्रिकुट पर्वत का मनोरम छटाओं का लुप्त दिलाने वाला रोपवे भी बंद है, जिससे यहां काम करने वाले कर्मियों के सामने भुखमरी की समस्या शुरू हो गई है.
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर हुए लॉकडाउन में सभी पर्यटन स्थल सहित सभी संस्थानों को बंद कर दिया गया था. बाद में अनलॉक के दौरान धीरे-धीरे संस्थानों को खोला गया, लेकिन त्रिकुट पर्वत का मनोरम छटाओं का लुप्त दिलाने वाला रोपवे आज भी बंद है. ऐसे में रोपवे में कार्यरत कर्मियों के सामने भुखमरी की समस्या शुरू हो गई है. रोपवे कर्मियों का कहना है कि बीते 4 महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनके परिवार की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है.
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लॉकडाउन का मार झेल रहे रोपवे कर्मियों का सब्र अब टूटने लगा है. पर्यटकों का अभी से ही आने का सिलसिला जारी है. ऐसे में अब रोपवे की खुलने की आस और वेतन की मांग पर सभी कर्मी अड़े हुए हैं. अब देखना यह है कि क्या इन कर्मियों की मांग रोपवे कंपनी सुनती है या फिर सरकार पर्यटकों के लिए पर्यटक स्थलों पर छूट देती है.