ETV Bharat / state

Shravani Mela 2023: श्रावणी मेला का उद्घाटन कल, कांवरियों के स्वागत के लिए देवघर सज-धज कर तैयार - बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर

कांवरियों के स्वागत के लिए देवघर सज-धज कर तैयार है. तीन जुलाई को श्रावणी मेला का उद्घाटन झारखंड के प्रवेश द्वार दुम्मा बॉर्डर पर किया जाएगा. वहीं श्रावणी मेले में आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन तैयारियों का जायजा ले रहा है.

http://10.10.50.75//jharkhand/02-July-2023/3_02072023125342_0207f_1688282622_335.jpg
Shravani Mela Inauguration In Deoghar
author img

By

Published : Jul 2, 2023, 3:19 PM IST

देवघर: श्रावणी मेले को लेकर देवघर सज-धज कर तैयार हो गया है. तीन जुलाई को झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख झारखंड के प्रवेश द्वार दुम्मा बॉर्डर पर श्रावणी मेले का उद्घाटन करेंगे. श्रावणी मेला को लेकर जिला प्रशासन ने दुम्मा बॉर्डर से लेकर बाबा मंदिर तक कांवरियों के लिए छावनी की व्यवस्था की है. साथ ही गंगा से लाए रेत को कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह बिछाया गया है. इस बार जिला प्रशासन ने पैदल कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. मलमास के कारण इस बार सावन दो माह का होगा.

ये भी पढ़ें-श्रावण मास में नहीं चलेगी वीआईपीगिरी, आम श्रद्धालु की तरह लोग अर्घा से करेंगे जलार्पण, डीसी ने दिए कई और निर्देश

कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह बनाए गए हैं काउंटरः इस संबंध में देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन ने जगह जगह पर कांवरियों की सुविधा के लिए सेल काउंटर बनाया है. वहीं मेला के सफल संचालन के लिए 21 ओपी मेला क्षेत्र को बांटा गया है. इन ओपी क्षेत्र में मेला व्यवस्था के कार्यों जैसे पंडाल निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था आदि सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उपायुक्त ने कहा की मेले के दौरान विधि-व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात की व्यवस्था के लिए पुख्ता तैयारी कर ली गई है. मेले के दौरान 1200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे एक्टिव रहेंगे.

सस्ते दर पर कांवरियों को उपलब्ध कराया जाएगा भोजनः कांवरिया पथ पर 10 हजार से ज्यादा क्षमता वाले आध्यात्मिक भवन में कांवरियों को सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं कांवरियों की कतार लगने वाले रूट लाइन में वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं. मेले में शिवभक्तों की सुविधा के लिए और भीड़ नियंत्रित करने के लिए नई व्यवस्था की गई है. पहली बार मिस्ट कूलिंग सिस्टम और कतार में बदलाव देखने को भी मिलेगा. वातावरण को ठंडा रखने के लिए बीच-बीच में फुहारा सहित फॉग सिस्टम लगाया गया है.

शीघ्र दर्शनम कूपन के लिए फॉर्म भरने का झंझट खत्मः इस बार शीघ्र दर्शनम कूपन के लिए भरे जाने वाले फॉर्म का झंझट खत्म कर दिया गया है. अब पुरोहित का नाम, पता, मोबाइल नंबर और विशेष कोड उपयोग करने का नया सिस्टम लगाया गया है. जिससे पुरोहितों को तुरंत कूपन उपलब्ध कराया जाएगा. शीघ्र दर्शनम कूपन की कीमत सावन महीने के दौरान 500 रखी गई है, लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को शीघ्र दर्शनम कूपन की सुविधा पूरी तरह से बंद रहेगी.

अरघा से जलार्पण की व्यवस्थाः श्रावणी मेला में देवघर पहुंचने वाले कांवरियों के लिए बाबा मंदिर में अरघा से जलार्पण की व्यवस्था की गई है. पूरे श्रावणी मेले के दौरान स्पर्श पूजा और वीआइपी पूजा बंद कर दिया गया है. बीमार, बुजुर्गों और भीड़ से बचने वाले भक्तों के लिए बाह्य जलार्पण की व्यवस्था की गई है. पहली बार टू वे ऑडियो कैमरा सिस्टम लगाया गया है. कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी जब कोई कॉमन सूचना देना चाहेंगे, तो वह कंट्रोल रूम से किसी को भी दे सकते हैं.

सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस पदाधिकारी और जवान तैनातः पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर 726 पुलिस पदाधिकारियों सहित मेला में 8700 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. कतार में लगने वाले कांवरियों को अगर किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होती है, तो उनके लिए प्रशासन ने इसीजी की व्यवस्था की है. प्रशासन ने नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स और बाबा मंदिर के ट्रामा सेंटर में डिजिटल इसीजी मशीन लगाई है. जिसकी जरूरत पड़ने पर इसीजी आसानी से कराया जा सकेगा. इसीजी की रिपोर्ट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के मोबाइल मैसेज के द्वारा आ जाएगा. जिसके बाद कांवरियों का इलाज किया जाएगा.

देवघर: श्रावणी मेले को लेकर देवघर सज-धज कर तैयार हो गया है. तीन जुलाई को झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख झारखंड के प्रवेश द्वार दुम्मा बॉर्डर पर श्रावणी मेले का उद्घाटन करेंगे. श्रावणी मेला को लेकर जिला प्रशासन ने दुम्मा बॉर्डर से लेकर बाबा मंदिर तक कांवरियों के लिए छावनी की व्यवस्था की है. साथ ही गंगा से लाए रेत को कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह बिछाया गया है. इस बार जिला प्रशासन ने पैदल कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. मलमास के कारण इस बार सावन दो माह का होगा.

ये भी पढ़ें-श्रावण मास में नहीं चलेगी वीआईपीगिरी, आम श्रद्धालु की तरह लोग अर्घा से करेंगे जलार्पण, डीसी ने दिए कई और निर्देश

कांवरियों की सुविधा के लिए जगह-जगह बनाए गए हैं काउंटरः इस संबंध में देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन ने जगह जगह पर कांवरियों की सुविधा के लिए सेल काउंटर बनाया है. वहीं मेला के सफल संचालन के लिए 21 ओपी मेला क्षेत्र को बांटा गया है. इन ओपी क्षेत्र में मेला व्यवस्था के कार्यों जैसे पंडाल निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था आदि सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उपायुक्त ने कहा की मेले के दौरान विधि-व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात की व्यवस्था के लिए पुख्ता तैयारी कर ली गई है. मेले के दौरान 1200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे एक्टिव रहेंगे.

सस्ते दर पर कांवरियों को उपलब्ध कराया जाएगा भोजनः कांवरिया पथ पर 10 हजार से ज्यादा क्षमता वाले आध्यात्मिक भवन में कांवरियों को सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं कांवरियों की कतार लगने वाले रूट लाइन में वाटरप्रूफ पंडाल बनाए गए हैं. मेले में शिवभक्तों की सुविधा के लिए और भीड़ नियंत्रित करने के लिए नई व्यवस्था की गई है. पहली बार मिस्ट कूलिंग सिस्टम और कतार में बदलाव देखने को भी मिलेगा. वातावरण को ठंडा रखने के लिए बीच-बीच में फुहारा सहित फॉग सिस्टम लगाया गया है.

शीघ्र दर्शनम कूपन के लिए फॉर्म भरने का झंझट खत्मः इस बार शीघ्र दर्शनम कूपन के लिए भरे जाने वाले फॉर्म का झंझट खत्म कर दिया गया है. अब पुरोहित का नाम, पता, मोबाइल नंबर और विशेष कोड उपयोग करने का नया सिस्टम लगाया गया है. जिससे पुरोहितों को तुरंत कूपन उपलब्ध कराया जाएगा. शीघ्र दर्शनम कूपन की कीमत सावन महीने के दौरान 500 रखी गई है, लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को शीघ्र दर्शनम कूपन की सुविधा पूरी तरह से बंद रहेगी.

अरघा से जलार्पण की व्यवस्थाः श्रावणी मेला में देवघर पहुंचने वाले कांवरियों के लिए बाबा मंदिर में अरघा से जलार्पण की व्यवस्था की गई है. पूरे श्रावणी मेले के दौरान स्पर्श पूजा और वीआइपी पूजा बंद कर दिया गया है. बीमार, बुजुर्गों और भीड़ से बचने वाले भक्तों के लिए बाह्य जलार्पण की व्यवस्था की गई है. पहली बार टू वे ऑडियो कैमरा सिस्टम लगाया गया है. कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी जब कोई कॉमन सूचना देना चाहेंगे, तो वह कंट्रोल रूम से किसी को भी दे सकते हैं.

सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस पदाधिकारी और जवान तैनातः पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर 726 पुलिस पदाधिकारियों सहित मेला में 8700 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. कतार में लगने वाले कांवरियों को अगर किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होती है, तो उनके लिए प्रशासन ने इसीजी की व्यवस्था की है. प्रशासन ने नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स और बाबा मंदिर के ट्रामा सेंटर में डिजिटल इसीजी मशीन लगाई है. जिसकी जरूरत पड़ने पर इसीजी आसानी से कराया जा सकेगा. इसीजी की रिपोर्ट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के मोबाइल मैसेज के द्वारा आ जाएगा. जिसके बाद कांवरियों का इलाज किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.