देवघर: आगामी पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सहायक अध्यापक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे और झारखंड सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रकट करेंगे. झारखंड प्रदेश एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश कमेटी के आह्वान पर पूरे प्रदेश में सभी सहायक अध्यापक काला बिल्ला लगाकर झारखंड की वर्तमान सरकार को वादा खिलाफी का अहसास दिलाएंगे.
सहायक अध्यापकों ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगायाः इस संबंध में मोर्चा के प्रखंड कमेटी सदस्य शशिकांत मिश्र, परशुराम सिंह, रोहित यादव, पकंज सिंह, व्यास राय आदि सहायक अध्यापकों ने बताया कि वर्तमान सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन चुनाव पूर्व हर छोटे-बड़े मंच से कहते थे कि हमारी सरकार बनते ही तीन माह के अंदर सभी सहायक अध्यापक को वेतनमान देते हुए समायोजित करेंगे, लेकिन चुनावी साल आने को है, पर अब तक राज्य सरकार ने मानदेय वृद्धि के अलावे और कुछ नहीं किया है. अब सभी सहायक अध्यापक आंदोलन के लिए बाध्य हो गए हैं. इसी कड़ी में पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सरकार को जगाने के लिए काला बिल्ला लगाकर कर विरोध जताएंगे.
टेट पास समन्वय समिति के आंदोलन का किया समर्थनः साथ ही सहायक अध्यापकों ने कहा कि अपने टेट पास साथी जो 12 दिनों से राजभवन के समक्ष एक मांग वेतनमान के समर्थन में झारखंड सरकार द्वारा लाई गई दोषपूर्ण सहायक आचार्य नियुक्ति नियमावली के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे हैं. टेट सफल समन्वय समिति के बैनर के समर्थन में एकीकृत मोर्चा भी समर्थन करेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि एकीकृत मोर्चा सरकार से मांग करता है कि अविलंब वार्ता कर अनशन को तुड़वाते हुए सभी सहायक अध्यापकों को समायोजित करते हुए वेतनमान दिया जाए, अन्यथा मोर्चा उग्र आंदोलन को बाध्य होगा.