देवघरः नारी शक्ति वंदन बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो चुका है. अब राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार है. इस बिल का देवघर की महिलाओं ने स्वागत किया है. उन्होंने इसे केंद्र सरकार का सराहनीय कदम बताया है.
देवघर में ईटीवी भारत ने अलग-अलग तबके की महिलाओं से इस विधेयक के बारे उनकी राय जानने की कोशिश की. इस संबंध में डॉ पल्लवी गुंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महिलाओं को दिया गया यह तोहफा बहुत ही सराहनीय है. इससे महिलाओं के बीच खासा उत्साह है, यह तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था. पर कोई बात नहीं जब जागो तभी सवेरा. जब तक किसी भी क्षेत्र में महिलाओं की सशक्त भागीदारी नहीं होती है तब तक वह पूर्णतः सफल नहीं होता. महिलाओं को शक्ति का प्रतीक माना गया है इसलिए यह मोदी सरकार द्वारा उठाया गया यह सराहनीय कदम है.
वहीं भाजपा नेता ने कहा कि भाजपा सरकार महिलाओं के लिए जो 33 परसेंट आरक्षण लाई है. इसके लिए महिलाओं में बहुत खुशी का माहौल है और हम सभी महिलाओं में एक उम्मीद भी जाग रही है आगे बढ़कर काम करने की. उन्होंने कहा कि इस नियम को जल्द लागू किया जाए. शिक्षक प्रीति कुमारी कहती हैं कि ऐसे तो महिलाओं के लिए लाए गए नए नियम से निश्चित महिलाओं को लाभ होगा. लेकिन इससे नौकरी कर रही महिलाओं को लाभ कैसे होगा, इस बारे में इस बिल में नहीं बताया गया है. उम्मीद करते हैं मोदी सरकार महिलाओं के लिए ऐसे ही कार्य आगे भी करेगी.
वहीं गृहणी ऋतु भारद्वाज कहती हैं कि इस बिल का सबसे बड़ा प्रभाव महिलाओं के सशक्तिकरण पर पड़ेगा. इस विधेयक की वजह से अब महिलाओं की भागीदारी लोकसभा या राज्यसभा में ज्यादा होगी. इससे महिलाओं के लिए अच्छे-अच्छे विचार निकल कर आएंगे. जिससे आत्मविश्वास का स्तर बढ़ेगा. इस बिल का इम्पैक्ट राजनीति ही नहीं और भी सेक्टर्स पर पड़ेगा.