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विष्णु मिर्धा हत्याकांड में नया मोड़, हुआ चौंकाने वाला खुलासा - Deoghar Crime News

देवघर के विष्णु मिर्धा हत्याकांड (Deoghar Vishnu Mirdha murder case) में नया खुलासा हुआ है, जिससे केस ने नया मोड़ ले लिया है. एसडीपीओ पवन कुमार ने पूरे मामले की जानकारी दी है.

Deoghar Vishnu Mirdha murder case
Deoghar Vishnu Mirdha murder case
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Published : Sep 1, 2022, 12:18 PM IST

देवघर: विष्णु मिर्धा हत्याकांड (Deoghar Vishnu Mirdha murder case) में नया खुलासा हुआ है. जिसमें पता चला है कि विष्णु मिर्धा किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए बम लेकर जा रहा था और वह खुद उसी बम का शिकार हो गया. यह खुलासा मृतक के दोस्तों ने पुलिस के सामने पूछताछ में किया है. दोस्तों ने ही विष्णु मिर्धा के शव को जमीन में गाड़ दिया था.

इसे भी पढ़ें: अंकिता सिंह हत्याकांड में शाहरुख हुसैन और नईम उगलेंगे राज, पुलिस ने 72 घंटे की रिमांड ली

क्या है पूरा मामला: एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि जसीडीह पुलिस को बीते 27 अगस्त को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के कोठियां लकड़ा पुल के पास शव गड़ा हुआ है. उसी दिन विष्णु मिर्धा के परिजनों ने भी उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. शव मिलने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची और शव को निकलवाया. जिसके बाद भोजपुर निवासी हूरो मिर्धा ने शव की पहचान अपने पुत्र विष्णु मिर्धा के रूप में की. इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक विष्णु के दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. इसी पूछताछ के दौरान मामले का खुलासा हुआ.

जानकारी देते एसडीपीओ

आपराधिक घटना को अंजाम देने जा रहे थे बिहार: पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि विष्णु मिर्धा और उसके दोस्तों समेत कुल 9 लोग किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए बिहार के चकाई जा रहे थे. उनके पास कुछ विस्फोटक और बम भी थे. इसी दौरान वह महबदिया गांव पहुंचे, वहां बाइक से पैर फिसलने के दौरान बम विस्फोट हो गया. इस दुर्घटना में विष्णु मिर्धा गंभीर रूप से घायल हो गया. अन्य को भी चोटें आईं थी. घायल विष्णु को उसके दो दोस्त मोहन मिर्धा और सूरज मिश्रा ने उसे कोठियां के एक झोपड़ीनुमा मकान में रख दिया और फिर मिशन क्राइम के लिए निकल पड़े.

मामले में नया मोड़: लौटने पर मोहन मिर्धा और कोठियां के घरवालों ने देखा कि विष्णु मिर्धा की मौत हो गयी है. जिसके बाद उन्होंने मिलकर विष्णु मिर्धा के शव को लकड़ा पूल के बगल में दफना दिया. मामले में पुलिस ने जिले के जसीडीह थाना के भोजपुर गांव के अजय कुमार, विषुनपुर गांव के मोहन मिर्धा और नितेश कुमार रमानी, बांका जिला के कटोरिया थाना के रिंकू यादव और सूरज सिंह से पूछताछ की है. पुलिस मामले की सघन जांच में जुट गयी है. फिलहाल, इस अपराध का मुख्य आरोपी सूरज मिश्रा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. विष्णु मिर्धा हत्याकांड में हुए नए खुलासे ने केस को नया मोड़ दे दिया है.

देवघर: विष्णु मिर्धा हत्याकांड (Deoghar Vishnu Mirdha murder case) में नया खुलासा हुआ है. जिसमें पता चला है कि विष्णु मिर्धा किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए बम लेकर जा रहा था और वह खुद उसी बम का शिकार हो गया. यह खुलासा मृतक के दोस्तों ने पुलिस के सामने पूछताछ में किया है. दोस्तों ने ही विष्णु मिर्धा के शव को जमीन में गाड़ दिया था.

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क्या है पूरा मामला: एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि जसीडीह पुलिस को बीते 27 अगस्त को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के कोठियां लकड़ा पुल के पास शव गड़ा हुआ है. उसी दिन विष्णु मिर्धा के परिजनों ने भी उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. शव मिलने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची और शव को निकलवाया. जिसके बाद भोजपुर निवासी हूरो मिर्धा ने शव की पहचान अपने पुत्र विष्णु मिर्धा के रूप में की. इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक विष्णु के दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. इसी पूछताछ के दौरान मामले का खुलासा हुआ.

जानकारी देते एसडीपीओ

आपराधिक घटना को अंजाम देने जा रहे थे बिहार: पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि विष्णु मिर्धा और उसके दोस्तों समेत कुल 9 लोग किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए बिहार के चकाई जा रहे थे. उनके पास कुछ विस्फोटक और बम भी थे. इसी दौरान वह महबदिया गांव पहुंचे, वहां बाइक से पैर फिसलने के दौरान बम विस्फोट हो गया. इस दुर्घटना में विष्णु मिर्धा गंभीर रूप से घायल हो गया. अन्य को भी चोटें आईं थी. घायल विष्णु को उसके दो दोस्त मोहन मिर्धा और सूरज मिश्रा ने उसे कोठियां के एक झोपड़ीनुमा मकान में रख दिया और फिर मिशन क्राइम के लिए निकल पड़े.

मामले में नया मोड़: लौटने पर मोहन मिर्धा और कोठियां के घरवालों ने देखा कि विष्णु मिर्धा की मौत हो गयी है. जिसके बाद उन्होंने मिलकर विष्णु मिर्धा के शव को लकड़ा पूल के बगल में दफना दिया. मामले में पुलिस ने जिले के जसीडीह थाना के भोजपुर गांव के अजय कुमार, विषुनपुर गांव के मोहन मिर्धा और नितेश कुमार रमानी, बांका जिला के कटोरिया थाना के रिंकू यादव और सूरज सिंह से पूछताछ की है. पुलिस मामले की सघन जांच में जुट गयी है. फिलहाल, इस अपराध का मुख्य आरोपी सूरज मिश्रा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. विष्णु मिर्धा हत्याकांड में हुए नए खुलासे ने केस को नया मोड़ दे दिया है.

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