देवघर: जमशेदपुर में डॉक्टर के साथ मारपीट के विरोध में झारखंड के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे. हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है. वहीं डॉक्टरों की हड़ताल के कारण देवघर में इलाज करने पहुंचे मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण सदर अस्पताल के सभी वार्ड खाली नजर आए. साथ ही डॉक्टरों के केबिन के बाहर ताला लटका नजर आया. वहीं पैथोलॉजी सेंटर का गेट भी बंद था. इस कारण जांच कार्य भी प्रभावित रहा.
सुदूरवर्ती क्षेत्र से इलाज कराने अस्पताल पहुंचे मरीजों को हुई परेशानीः इस संबंध में देवीपुर से इलाज करने पहुंचे किशन यादव ने कहा कि पत्नी की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी. जिसका इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर की हड़ताल के कारण इलाज नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि जानकारी नहीं थी कि आज डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे, नहीं तो गांव में ही किसी क्लीनिक में पत्नी का इलाज करा लेते.
देवघर में सुबह 11 बजे के बाद ओपीडी सेवा शुरूः वहीं रघुनाथपुर की ललिता देवी में कहा कि रात से ही पेट में दर्द होने के कारण सुबह जल्दी हॉस्पिटल आ गया था, लेकिन इलाज अभी तक नहीं हो पाया है. अब जब डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है, तो उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही इलाज हो जाएगा. हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल सुबह 11:00 बजे खत्म कर दी है और ओपीडी में इलाज शुरू हो गया है.
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में हुई थी डॉक्टर से मारपीटः दरअसल, जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (MGM) अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना हुई थी. इसके विरोध में आईएमए ने बेमियादी हड़ताल की घोषणा की थी. आईएमए और झासा ने संयुक्त रूप से राज्य के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर कार्य बहिष्कार की सूचना दी थी.