देवघरः कोविड संक्रमण के मद्देनजर झारखंड सरकार की ओर से लगाए गए लॉक डाउन का दुष्प्रभाव लगातार सामने आ रहे हैं. इससे नौकरीपेशा से व्यापारी तक और आम व्यक्ति से खास व्यक्ति तक सभी प्रभावित हो रहे हैं. इसके दुष्प्रभाव से मंदिरों के आसपास पूजन सामग्री, फल-फूल बेचने वाले दुकानदार तक परेशान हैं. इधर परेशान दुकानदारों के सब्र का बांध टूटने लगा है. इसको लेकर बाबाधाम मंदिर के पास के दुकानदारों ने बैठक कर सरकार से राहत की गुहार लगाई और मदद न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
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देवघर का बाबा मंदिर इन दिनों बाहरी श्रद्धालुओं के लिए बंद है. बाबाधाम मंदिर में सिर्फ सीमित पुरोहित दैनिक पूजा पाठ के लिए आते हैं. ऐसे में बाबा मंदिर के आसपास पूजन सामग्री और अन्य सामान बेचकर गुजारा करने वाले दुकानदारों के सामने भी संकट पैदा हो गया है. यहां सैकड़ों फुटकर दुकानदार हैं जो बाबा मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को सामानों की बिक्री कर अपने परिवार के लिए आजीविका कमाते थे. इधर 6 महीने से बाबा मंदिर बंद है. इससे इनका रोजगार ठप हो गया है और इनकी बचत भी खत्म हो गई है. अब इन दुकानदारों के सामने भुखमरी की हालत पैदा हो गई है.
राहत की मांग
लॉकडाउन से रोजगार छिनने से परेशान दर्जनों फुटकर दुकानदारों ने मदरसा ग्राउंड में बैठक की. इस दौरान दुकानदारों ने निर्णय सरकार से राहत की मांग की. उन्होंने इस मसले को सरकार के प्रतिनिधियों के सामने उठाने का भी फैसला किया. उन्होंने प्रदेश सरकार से राहत न मिलने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी.