देवघर: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने से प्रशासन सहित पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. जिस मोहल्ले में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है उस मोहल्ले को सील कर दिया है, साथ ही जिला प्रशासन पूरी सतर्कता से काम कर रही है.
देवघर एक सीमावर्ती जिला है, इसकी अन्तर्राज्यीय सीमा बिहार से लगती है, ऐसे में दूसरे राज्यों से देवघर की सीमा में प्रवेश के पहले उसकी पूरी जांच जरुरी है. कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए संदिग्ध मरीजों की पहचान ही सबसे पहला कदम बताया जाता है. इसके लिए आम तौर पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन जिले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास मात्र 10 थर्मल स्कैनर ही उपलब्ध है.
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देवघर में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में योद्धाओं को स्वास्थ्य विभाग ने खाली हाथ ही मैदान में उतार दिया गया है. इस बात को खुद विभाग भी मान रहा है कि थर्मल स्कैनर की घोर कमी के कारण मरीजों की पहचान में काफी परेशानी आ रही है. जिला प्रशासन को चेक पोस्ट पर लोगों की जांच करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सिविल सर्जन ने सरकार से 100 थर्मल स्कैनर की मांग की है.