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कैसे लड़ेंगे कोरोना से वॉरियर्स, देवघर स्वास्थ्य विभाग के पास है मात्र 10 थर्मल स्कैनर

झारखंड में कोरोना का कहर जारी है. इसके रोकथाम के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. झारखंड सरकार मानती है कि उनके पास कोरोना से निपटने के लिए पूरी व्यवस्था है, लेकिन देवघर में अबतक मात्र 10 थर्मल स्कैनर ही उपलब्ध है.

Health department has only ten thermal scanners in deoghar
देवघर में थर्मल स्कैनर की कमी
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Published : Apr 22, 2020, 10:49 AM IST

देवघर: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने से प्रशासन सहित पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. जिस मोहल्ले में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है उस मोहल्ले को सील कर दिया है, साथ ही जिला प्रशासन पूरी सतर्कता से काम कर रही है.

देखें पूरी खबर

देवघर एक सीमावर्ती जिला है, इसकी अन्तर्राज्यीय सीमा बिहार से लगती है, ऐसे में दूसरे राज्यों से देवघर की सीमा में प्रवेश के पहले उसकी पूरी जांच जरुरी है. कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए संदिग्ध मरीजों की पहचान ही सबसे पहला कदम बताया जाता है. इसके लिए आम तौर पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन जिले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास मात्र 10 थर्मल स्कैनर ही उपलब्ध है.

इसे भी पढे़ं:- देवघर में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट, गम्हरिया गांव को किया गया सील

देवघर में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में योद्धाओं को स्वास्थ्य विभाग ने खाली हाथ ही मैदान में उतार दिया गया है. इस बात को खुद विभाग भी मान रहा है कि थर्मल स्कैनर की घोर कमी के कारण मरीजों की पहचान में काफी परेशानी आ रही है. जिला प्रशासन को चेक पोस्ट पर लोगों की जांच करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सिविल सर्जन ने सरकार से 100 थर्मल स्कैनर की मांग की है.

देवघर: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने से प्रशासन सहित पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. जिस मोहल्ले में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है उस मोहल्ले को सील कर दिया है, साथ ही जिला प्रशासन पूरी सतर्कता से काम कर रही है.

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देवघर एक सीमावर्ती जिला है, इसकी अन्तर्राज्यीय सीमा बिहार से लगती है, ऐसे में दूसरे राज्यों से देवघर की सीमा में प्रवेश के पहले उसकी पूरी जांच जरुरी है. कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए संदिग्ध मरीजों की पहचान ही सबसे पहला कदम बताया जाता है. इसके लिए आम तौर पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन जिले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास मात्र 10 थर्मल स्कैनर ही उपलब्ध है.

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