देवघर: दो दिन पूर्व देवघर एसडीओ दीपांकर चौधरी ने एक आदेश निर्गत किया था कि 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात के प्रशासन द्वारा तय रूट के अतिरिक्त संपूर्ण देवघर अनुमंडल क्षेत्र में धारा 144 लागू रहेगी. एसडीओ के इस आदेश के खिलाफ गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को झारखंड हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर एसडीओ के इस आदेश को खारिज करने का अनुरोध किया है.
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क्या है एसडीओ के आदेश में: दरअसल, 13 फरवरी को देवघर एसडीओ दीपांकर चौधरी ने एक आदेश निर्गत किया था. जिसमें महाशिवरात्रि में निकलने वाली शिव बारात के लिए रूट चार्ट निर्धारित किया गया था. उनके आदेश में यह उल्लेख है कि तय रूट के अलावा किसी भी अन्य मार्ग पर शिव बारात, जुलूस या झांकी पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. उन्होंने अपने आदेश पर इस रूट के अतिरिक्त संपूर्ण देवघर अनुमंडल क्षेत्र में धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू रहने का आदेश पारित किया है. एसडीओ ने अपने आदेश पर यह भी उल्लेख किया है कि शिव बारात में इस वर्ष काफी भीड़ आने की संभावना है और अगर तय मार्ग में अगर परिवर्तन होता है तो विधि-व्यवस्था की गंभीर समस्या हो सकती है. साथ ही यदि भीड़ नियंत्रित नहीं हो पाती है तो भगदड़ की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
शिव बारात का रूट चार्टः एसडीओ के आदेश में है कि शिवरात्रि की शाम निकलने वाली शिव बारात स्टेडियम से फव्वारा चौक से श्री राम जानकी मंदिर होते हुए बाजला चौक जाएगी. इसके बाद बजरंगी चौक से राय एंड कंपनी चौक होते हुए टावर चौक से आजाद चौक से बड़ा बाजार जाएगी. इसके बाद बरात, भैरों बाजार होते हुए बुधराम साह चौक एसबीआई रोड होते हुए अवंतिका गली से कन्या पाठशाला होते हुए फव्वारा चौक विद्यापति चौक से पानी टंकी - डोमासी से नरसिंह सिनेमा होते हुए शिक्षा सभा चौक पहुंचेगी. इसके बाद शिव बारात चांदनी चौक से बैद्यनाथ लेन होते हुए बाबा मंदिर तक जाएगी.
निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर किया था विरोध: आपको बता दें कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे देवघर में महाशिवरात्रि की तैयारी काफी दिनों से कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष शिव बारात का जो रूट तय किया था वह पिछले अन्य वर्षो से थोड़ा अलग है. प्रशासन के इस आदेश के बाद सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर एसडीओ के इस आदेश का विरोध किया था. उन्होंने अपने ट्विटर में अपने वाहन का एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि यह है देवघर प्रशासन का बताया शिव बारात का रास्ता. आज मुझे खुद गाड़ी को निकलने में आधा घंटा लगा. शिव की नगरी में शिव की बारात नहीं तो और क्या निकलेगा ? तानाशाही . इसके साथ ही उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि इफ्तार पार्टी में जाने वाले मुख्यमंत्री क्या जानें शिव भक्त होना क्या चीज है. शिव-शंकर कण-कण में हैं. उनसे जुड़ी हर चीज को कोई रोक सका है क्या. राज्य करें राजनीति-हम करेंगे शिवरात्रि की तैयारी.
शिवरात्रि के दिन बंद रहेगा वीआईपी दर्शन: इधर, बुधवार को देवघर जिला प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई है कि महाशिवरात्रि के अवसर पर अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए वीआईपी दर्शन पर संपूर्ण प्रतिबंध रहेगा. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से वीआईपी सुविधा प्रदान नहीं की जाएगी. प्रशासन ने विधि-व्यवस्था बनाए रखने में सभी से सहयोग की अपील की है. उपायुक्त के द्वारा निकाले गए इस निर्देश में यह भी उल्लेख है कि बाबा बैद्यनाथ मंदिर में वीआईपी दर्शन आउट ऑफ टर्न सुविधा के लिए अनुरोध न करें.