देवघरः राजकीय श्रावणी मेला 2023 के संबंध में देवघर मीडिया सेंटर प्रांगण में उपायुक्त विशाल सागर ने मीडिया को एक माह के श्रावणी मेला का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया. इस दौरान उपायुक्त विशाल सागर ने श्रावणी मेला के संबंध में चार जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक की जानकारी दी. जिसमें जलार्पण करने वाले कांवरियों की संख्या, मंदिर सहित अन्य मद से प्राप्त राजस्व और सरकार के द्वारा की गई व्यवस्थाओं से कितने लोगों ने लाभ उठाया आदि की जानकारी दी.
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अब तक 29 लाख कांवरियों ने किया जलार्पणः उपायुक्त विशाल सागर ने बताया कि 4 जुलाई से 31 जुलाई तक श्रावणी मेला में कुल 29 लाख श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया. सुरक्षा की दृष्टिकोण से 635 मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई, 9729 पुलिस बल, एनडीआएफ की 50 और सीआरपीएफ की 4 कंपनी की तैनाती की गई है. वहीं मेला क्षेत्र में 21 अस्थायी थाने खोले गए, 11 टीओपी बनाए गए हैं, 73 जगह पुलिस आवासन की सुविधा प्रदान की गई, 80 चिकित्सकों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई, 247 पैरा मेडिकल स्टाफ, 120 नर्स, 35 एम्बुलेंस, तीन बाइक एम्बुलेंस, दो ई-रिक्शा एम्बुलेंस मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की स्वास्थ व्यवस्था में लगाया गया है.
अब तक मंदिर से तीन करोड़ से अधिक की हुई आयः वहीं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से 31 सूचना केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें 14 हजार 555 खोया-पाया के केस रजिस्टर्ड हुआ था और लगभग 10 हजार लोगों को परिजनों से मिलाया गया है. वहीं चार जुलाई से 31 जुलाई तक मंदिर की कुल आय 3 करोड़, 8 लाख, 35 हजार, 805 रुपए हुए हैं. जबकि दान काउंटर से पांच ग्राम का छह और दो ग्राम का सात सोने के सिक्के की बिक्री हुई है. जबकि 10 ग्राम चांदी के 355 सिक्के की बिक्री हुई है.
अब तक परिवहन से 1.23 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआः वहीं परिवहन से राज्य प्रवेश शुल्क के रूप में 1 करोड़ 23 लाख प्राप्त हुआ. साथ ही विभिन्न व्यवसाय से कुल 7 करोड़, 39 लाख, 66 हजार रुपए राजस्व के रूप में प्राप्त हुआ है. जबकि विद्युत विभाग का प्राप्त राजस्व 40 लाख, 2 हजार, 66 रुपए है. वहीं नगर निगम को 47 लाख, 62 हजार, 200 रुपए की आय प्राप्त हुई है. प्रेस वार्ता के दौरान मौके पर एसपी अजित पीटर डुंगडुंग, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, एसडीपीओ पवन कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित विद्यार्थी आदि मौजूद थे.