देवघरः सावन की तीसरी सोमवारी को लेकर देवघर श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. इसके अलावा बांग्ला सावन की पहली सोमवारी होने के कारण भी कई अन्य राज्यों से भक्त यहां जुटे हैं. ब्रम्ह मुहूर्त में मंदिर का कपाट खुलने के साथ बाबा पर जलार्पण कर रहे हैं. बाबा बैद्यनाथ धाम भक्तों के बोल बम और शिवधुन के जयकारों से गुंजायमान है.
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श्रावणी मेला 2023 के अवसर पर यह पहली बांग्ला सोमवारी भी है, जिसको लेकर मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिल रही है. मलमास होने के कारण बिहार के लोग कम दिख रहे हैं. लेकिन बांग्ला सावन की पहली सोमवारी होने के कारण बंगाल असम सहित नॉर्थ ईस्ट के श्रद्धालु ज्यादा दिखाई दे रहे हैं. सोमवार को 03:53 मिनट से अरघा सिस्टम से जलार्पण शुरू हो गया. साथ ही बीएड कॉलेज से होकर कतारबद्ध होकर श्रद्धालु जलार्पण कर रहे हैं.
सावन में बाबा नगरी आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाओं को पूर्व से ही मजबूत कर लिया है. बाबा नगरी आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसी कड़ी में सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, कचड़ा उठाव, स्वास्थ्य सुविधा, सूचना सह सहायता केंद्र कार्य कर रहे हैं.
बाबा धाम के तीर्थ पुरोहित दुर्लभ मिश्र बताते हैं कि भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए कोई तिथि या दिन नहीं देखा जाता है. लेकिन सोमवार के दिन भोलेनाथ की पूजा कर बेल पत्र अर्पण करने से भोलेनाथ अत्यंत प्रश्न होते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मलमास का पहला सोमवार है और आज ही के दिन समुद्र से कष्ट तत्व मणि निकला था. और इस सोमवारी में जो भी श्रद्धालु अन्न दान, गोदान, फलदान करता है, उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. मलमास के दौरान ज्योतिर्लिंग की पूजा करना सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसका एक अलग ही महत्व होता है और ग्रह दोष का भी निवारण हो जाता है.