देवघर: झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन और सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने देवघर के कृषि विज्ञान केंद्र को बिरसा कृषि विश्वविधयालय रांची से संचालित किए जाने पर अपनी स्वीकृति दे दी है. प्रदेश सरकार के इस फैसले से कृषि विज्ञान केंद्र के आसपास के किसान खुश हैं.
जिला प्रशासन संभाल रहा था जिम्मेदारी
देवघर के सुजानी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के संचालन की जिम्मेदारी पहले स्थानीय स्वयं सेवी संस्था के पास थी. 1977 में इसे जिला प्रशासन के अधीन कर दिया गया लेकिन तकनीकी जानकारी के लिए केंद्र को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पर निर्भर रहना पड़ता था. अब झारखंड सरकार ने इसे बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन करने का निर्णय लिया है. सरकार के इस निर्णय से कृषि विज्ञान केंद्र के संचालकों में काफी खुशी है. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कृषि अध्ययन एवं अनुसंधान के दृष्टिकोण से राज्य का एकमात्र प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है.
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स्थानीय किसानों को मिल सकेगा लाभ
स्थानीय लोगों का कहना है कि देवघर के कृषि विज्ञान केंद्र का संचालन बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किया जाना कृषकों के लिए अधिक लाभदायक साबित हो सकता है. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय से जुड़ने के कारण नई कृषि तकनीक और अन्य अनुसंधानों का लाभ स्थानीय किसानों को मिल सकेगा. देवघर सहित संताल परगना सहित अन्य जिले में कृषि और इससे आधारित क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं.