देवघरः देवघर में नए साल के जश्न की तैयारी शुरू हो गई हैं. नए साल के अवसर पर बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से लोग देवघर पहुंचते हैं. वहीं बिहार में शराबबंदी के कारण मय के शौकीन देवघर में नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंचते हैं. इसको लेकर ज्यादातर होटल में कमरों की बुकिंग हो गई (Hotels Book for New Year Celebration In Deoghar)है. देवघर में नए साल पर सैलानियों की भीड़ से होटल का कारोबार अच्छा होता है. बता दें कि कोरोना काल के बाद से देवघर में आवागमन करने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. देवघर धार्मिक नगरी होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही होती है.
ये भी पढे़ं-नए साल के स्वागत को तैयार हैं देवघर के पर्यटन स्थल, त्रिकूट पहाड़ आज भी वीरान
दिसंबर में 43 हजार पेटी शराब की मांगः बिहार में शराब की बिक्री पर रोक रहने के चलते बड़ी संख्या में देवघर में जश्न मनाने के लिए पहुंचते हैं. इसके लिए उत्पाद विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली (Sale of Liquor In Deoghar)गई है. जिला उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार के अनुसार दिसंबर में 43 हजार पेटी शराब की मांग की गई है. बात दें कि वित्तीय वर्ष 21-22 में 126 करोड़ का लक्ष्य के अनुरूप 79.85 करोड़ ही अचीवमेंट हुआ था, लेकिन वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए झारखंड सरकार की नई शराब नीति के तहत शराब की बिक्री कर रही है. इसके तहत झारखंड स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से खुद शराब बेच रही है. एक निजी कंपनी द्वारा दुकानों में स्टॉफ की बहाली की गई है.
उत्पाद विभाग को नए साल में अच्छा राजस्व मिलने की उम्मीदः देवघर में 90 शराब की दुकानें संचालित हैं. इसमें 36 विदेशी, 28 देसी और 26 कम्पोजिट शराब की दुकानें हैं. इन दुकानों में इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 128 करोड़ के लक्ष्य के अनुरूप 83 करोड़ 44 लाख की प्राप्ति हो गई है. अब नए साल के अवसर पर घरेलू खपत में इजाफा होने से विभाग को अच्छे राजस्व की प्राप्ति की उम्मीद है. विभाग को उम्मीद है कि नया साल का जश्न सालाना लक्ष्य की प्राप्ति में काफी मददगार साबित हो सकता है.
निर्धारित राशि से अधिक की जा रही वसूलीः जिले में संचालित शराब दुकानों में निर्धारित दर से ज्यादा राशि दुकानदार वसूल रहे हैं. शराब के शौकीनों को तीन से पांच प्रतिशत अधिक राशि का भुगतान करना पड़ता है. कई दुकानदारों ने बताया कि कंसल्टेंट एजेंसी ही अधिक राशि लेने का दवाब बनाती है. शराब के शौकीनों की मानें तो ड्राई जोन से आने के बाद यहां जेब ढीली करनी पड़ती है. अधिक कीमत वसूले जाने पर लोग विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं. इधर, इस संबंध में देवघर के उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अधिक राशि वसूलने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जाती है.
होटल संचालक भी सैलानियों के स्वागत को तैयारः नए साल के अवसर पर बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से लोग यहां पहुंचते हैं. देवघर में प्रतिदिन होटलों की संख्या में वृद्धि हो रही है. वर्तमान में 125 के करीब होटल देवघर में संचालित हैं. आलम यह है कि अभी से ही ये सभी होटल लगभग बुक हो चुके हैं. होटल संचालकों द्वारा भी बाहर से आने वाले अतिथियों के स्वागत की तैयारी (Hotel Operators Prepare to Welcome Tourists) की गई है.