देवघरः कोरोना काल के दौरान सरकार जरूरतमंद लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. ऐसे में कुछ लोग भोले-भाले ग्रामीणों को गाय दिलाने के नाम पर तीन-तीन सौ रुपये की वसूली कर रहे थे. इस बारे में जब ईटीवी भारत ने गव्य विकास विभाग से जानकारी ली तो बताया गया था कि इस प्रकार की कोई भी योजना नहीं चलाई जा रही है. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. मामला संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त ने कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान कर ली है. फिलहाल पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.
उपायुक्त ने लिया मामले का संज्ञान
दरअसल, जिले में धड़ल्ले से गांव में घूम-घूमकर योजना के तहत दुधारू गाय दिलाने के नाम पर ग्रामीणों से ठगी की जा रही थी. वहीं, प्रत्येक लाभुक से योजना में निबंध करने के नाम पर तीन-तीन सौ रुपये वसूले जा रहे थे. इतना ही नहीं संस्था 270 रुपये की रसीद देकर तीन सौ रुपये वसूल रही थी. ईटीवी भारत में खबर प्रकाशित किए जाने के बाद उपायुक्च कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कार्रवाई थी.
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गाय दिलाने के नाम पर ठगी
उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि ईटीवी खबरों के माध्यम से गाय के नाम पर ठगी का मामला सामने आया था. इस मामले में देवघर एसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी और उक्त व्यक्ति की पहचान भी की जा चुकी है, जिसका नाम संजय पासवान बताया जा रहा और उसके घर की भी पहचान कर ली गई है. हालांकि उसका मोबाइल बंद आ रहा है, जिसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार कर इससे जुड़े और भी लोगों का पता लगाएगी.