देवघर: केंद्र सरकार की ओर से किसान कानून पारित किया गया है, जिसके विरोध में कांग्रेस लगातार अभियान चला रही है. इसी कड़ी में देवघर में भी कांग्रेस ने राज्यस्तरीय हस्ताक्षर अभियान और नुक्कड़ नाटक के जरिए इस कानून का विरोध किया.
इसी के तहत मोहनपुर प्रखंड अध्यक्ष पंजाबी रावत और पर्यवेक्षक दिनेश आनंद झा के नेतृत्व में कांग्रेस ने 28 पंचायत के किसानों के साथ नुक्कड़ नाटक करते हुए पैदल मार्च निकाला और मोहनपुर प्रखंड कार्यालय में कैंप लगाकर हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिसमें हजारों की संख्या में किसानों ने भाग लिया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिनेश आनंद झा ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही हो गई है. इस सरकार ने हमेशा किसानों को खिलाफ काम किया है. बीते समय में कई राज्यों के किसानों ने आत्महत्या भी कर ली है. इसके बावजूद केंद्र सरकार के कानों तक जूं तक नहीं रेंगती.
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किसान फिर से आत्महत्या करने को होंगे मजबूर
पर्यवेक्षक दिनेश आनंद झा ने कहा कि किसानों को इतनी समस्या होने के बावजूद केंद्र सरकार ने फरमान जारी करते हुए फिर से किसानों के विरोध काला कानून पास कर दिए, जिससे किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे और फिर से आत्महत्या को मजबूर होंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही गरीब और किसानों की आवाज रही है. कई ऐसे कल्याणकारी योजना अपने सरकार में लागू किए हैं, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा था, लेकिन भाजपा की सरकार ने इसे निरस्त करते हुए काला कानून ला दिया है, जिसका विरोध पूरे देश में हो रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यपाल के नाम इस काला कानून को वापस लेने के लिए मांग पत्र सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि अगर इसके बावजूद केंद्र सरकार काला कानून वापस नहीं लेती है, तो आंदोलन और उग्र होगा, ताकि किसानों को न्याय मिल सके.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है सबका साथ और सबका विकास, लेकिन देश की जनता ने जो महसूस किया है, उससे स्पस्ट होता है कि यह नारा सबका साथ और सिर्फ पूंजीपतियों का विकास को चरितार्थ कर रहा है. वहीं, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष पंजाबी रावत ने कहा कि मोहनपुर प्रखंड के तमाम किसान भाइयों ने बढ़-चढ़कर इस काला कानून के विरोध में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. इससे यह प्रतीत होता है कि यह कानून कितना भयानक है.