देवघर: नगर निगम आयुक्त की कुर्सी पिछले 13 दिनों से खाली है, लेकिन अभी तक वित्तीय अधिकार के साथ किसी पदाधिकारी की नियुक्ति यहां पर नहीं की गई है. अधिकारी नहीं होने के कारण नगर निगम में सन्नाटा पसरा हुआ है साथ ही सारा कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है.
नगर निगम के वार्ड पार्षदों की मानें तो निगम आयुक्त के नहीं होने से योजनाओं का हुए टेंडर का वर्क ऑर्डर जारी नहीं हो पा रहा है, वहीं जिसका वर्क ऑर्डर निकल चुका है उस काम की शुरुआत भी नहीं हो पा रही है. आयुक्त की कुर्सी खाली रहने से प्रधानमंत्री आवास योजनाओं के लाभुकों के खाते में राशि निर्गत नहीं हो पा रही है.
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सफाई कर्मियों की बात करें तो दो महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है. ऐसे में सफाई कर्मियो के नेता को इस बात का डर सता रहा है, कि अब देर होने का मतलब है कि होली में हाथ खाली ही रह जाएगी.
21 फरवरी को महाशिवरात्रि महोत्सव है. इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में समय रहते सरकार ने सफाई कर्मचारियों के लिए राशि का इंतजाम नहीं किया तो बड़ी परेशानी से इनकार नहीं किया जा सकता है. देवघर नगर निगम के आयुक्त की कुर्सी पिछले माह की अंतिम तारीख को ही खाली हो गई है. हालांकि सहायक प्रभारी के रूप में पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं, जिन्हें दूसरे प्रखंडों में भी प्रतिनियुक्ति है. उन्हें वित्तीय अधिकार नहीं दिया गया है.