देवघर: यह जिला सांस्कृतिक राजधानी के साथ-साथ पर्यटक स्थल भी है. इस वजह से यह आकर्षण का केंद्र बना रहता है. बाबा नगरी में हर साल लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं, लेकिन यहां की खराब सड़कों की वजह से लोगों को आवागमन में काफी कठिनाई होती है.
बारिश में सड़कें बन जाती हैं नाला
जिले में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाली 23 ऐसी खस्ताहाल सड़कों को चिन्हित किया गया है, जिस पर आए दिन लोग सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. इस वजह से बारिश के दिनों में सड़क पर बने गड्ढों में पानी भर जाता है, जिसका चालकों को पता नहीं चलने से लोग मुसीबत में फंसते हैं. सड़क की ऐसी हालत देवघर से त्रिकुट रोड और बैद्यनाथपुर चौक से लेकर डाबरग्राम तक है. इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
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लोगों की बढ़ रही परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बच्चों को स्कूल ले-जाने, ले-आने में भी परेशानी होती है. बदहाल सड़कें कहीं न कहीं देवघर की खूबसूरती पर दाग लगा रहीं हैं. फिलहाल, पीडब्ल्यूडी की ओर से सभी गड्ढों को भरने की कवायद की गई है पर मरम्मत का काम ठीन से न किए जाने से दिक्कत बरकरार है.
2 करोड़ का टेंडर
पीडब्ल्यू के एक्जिक्यूटिव इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद बताते हैं कि प्रतिवर्ष सड़क मरम्मत के लिए सड़कों की बदहाली के हिसाब से फंड मुहैया कराया जाता है. उन्होंने बताया कि इस बार भी 2 करोड़ का टेंडर सड़क मरम्मत के लिए दिया गया है, जिसका कार्य शुरू कर दिया गया है. फिलहाल गड्ढे को भर दिया गया है और बाकी काम जल्द शुरू किया जाएगा. ठेकेदारों की ओर से लगाए जाने वाले मैटेरियल की गुणवत्ता पर भी नजर रखा जा रहा है, ताकि सड़क लंबे समय तक ठीक रहें.