देवघर: शहर के कुष्ठ आश्रम कॉलोनी में "इनर व्हील क्लब ऑफ देवघर" की ओर से प्रौढ़ शिक्षा अभियान की शुरुआत की गई है. क्लब ने निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने का बीड़ा उठाया है. इसके लिए क्लब की सृष्टि कुमारी नामक छात्रा की ओर से यह पहल शुरू की गई है. इस मौके पर इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष सारिका साह ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा ग्रहण करने की कोई उम्र नहीं होती है. इंसान किसी भी उम्र में कुछ भी सीख सकता है. प्रौढ़ शिक्षा एक ऐसा मंच है जो उन लोगों को पढ़ने का मौका देती है जो किसी कारणवश उचित समय पर नहीं पढ़ पाए थे.
30 से 50 आयु वर्ग के लोगों को बनाया जाएगा साक्षरः प्रौढ़ शिक्षा के तहत 30 वर्ष से 50 वर्ष की आयु वाले लोगों को साक्षर बनाया जाएगा. उन्हें इतना शिक्षित करना है कि वह काम चलाने लायक पढ़-लिख सकें और सामान्य हिसाब-किताब कर सकें. साथ ही अपनी दिनचर्या को बिना किसी सहारे चला सकें.
12 महिलाओं से हुई अभियान की शुरुआतः संस्था की ओर से 12 महिलाओं से अभियान की शुरुआत की गई है, लेकिन आगे और महिलाओं को जोड़ा जाएगा. महिलाओं के बीच नर्सरी की किताबें वितरित की गई. साथ ही अंग्रेजी, हिंदी और गणित के लिए सभी को तीन-तीन लेखन पुस्तिका के साथ पेंसिल और रबड़ भी उपलब्ध कराया गया है.
पढ़ाने के साथ महिलाओं को स्मार्ट फोन भी चलाना सीखायाः कक्षा में बोर्ड और तीनों विषयों का चार्ट कैलेंडर लगाकर पढ़ाया जा रहा है. आश्रम की महिलाओं को स्मार्टफोन भी चलाना सीखाया जा रहा है. जिससे इस स्मार्ट जमाने में यह महिलाएं किसी से पीछे नहीं रह जाएं. वहीं प्रौढ़ शिक्षा से जुड़ीं संजना कुमारी ने कहा कि 17 वर्ष बाद दोबारा पढ़ाई से जुड़ कर बहुत खुश हूं. कक्षा दो के बाद ही मेरी पढ़ाई छूट गई थी. इस मौके पर सारिका साह, अर्चना भगत, अपर्णा सिन्हा, प्रीति अग्रवाल, रेणु सिंघानिया, कंचन मूर्ति सहित दर्जनों महिलाएं मौजूद थीं.